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पटना से अगवा कर लालगंज में मार डाला, मोतिहारी में फेंक दी लाश

दोस्तों ने किया दोस्ती के रिश्ते को कलंकित

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पटना (voice4bihar Desk) दोस्तों ने दोस्ती के रिश्ते को कलंकित कर दिया। पटना से अगवा कर लालगंज में मार डाला और मोतिहारी में फेंक दी लाश। शास्त्रीनगर थाने के पुनाईचक से छात्र रामबाबू को उसके दोस्त बहला-फुसलाकर सोनपुर घुमाने ले गये और हत्या कर दी। मोतिहारी में जब छात्र की लाश मिली तब जाकर पता चला कि दोस्तों ने ही मिलकर छात्र को मौत के घाट उतारा और पहचान छिपाने के लिए पटना से करीब 300 किलोमीटर दूर ले जाकर ठिकाने लगा दिया।

पुलिस ने इस मामले में छात्र रामबाबू के दोस्त नवनीत सहित उसके दो दोस्तों को गिरफ्तार किया है जबकि मामले में एक और आरोपित की तलाश में पटना पुलिस दिन-रात लगी हुई है। रामबाबू शास्त्रीनगर थाने के पुनाईंचक का रहनेवाला था । उसके पिता सहदेव प्रसाद होमगार्ड के रिटायर्ड जवान हैं। नवनीत के साथ नीरज कुमार उर्फ गोलू व रितेश कुमार को भी गिरफ्तार किया गया है । पुलिस ने इनके पास से हत्या में इस्तेमाल किया गया सामान भी बरामद किया ।

12 दिन बाद खुला राज

शुक्रवार को संवाददाता सम्मेलन में सिटी एसपी ( मध्य ) विनय कुमार तिवारी ने बताया कि 30 जनवरी को नवनीत व उसके तीन दोस्त रामबाबू को कार से घुमाने के लिए सोनपुर ले गये थे । इन लोगों ने हत्या कर फिरौती वसूलने की साजिश रची थी। हालांकि इन लोगों ने फिरौती की मांग नहीं की थी। पुलिस ने आरोपियों के पास से रामबाबू की सोने की चेन, ब्रासलेट, बैग और मोबाइल फोन भी बरामद किया है। जिस कार में व जिस पिस्टल से रामबाबू को मौत के घाट उतारा गया था, उसे भी पुलिस ने बरामद कर लिया है ।

कनपटी में गोली मार की गई थी हत्या

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30 जनवरी की शाम में ही 18 वर्षीय रामबाबू की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी । गोली सिर के दाहिने साइड में कनपटी पर मारी गई , जो आंख से होती हुई बाहर निकल गई । मौके पर ही उसकी मौत हो गई थी । नवनीत ने अपने साथियों के साथ मिलकर वारदात को अपनी हुंडई एसेंट कार में लालगंज में अंजाम दिया था। इसके बाद शव को मोतिहारी के हरसिद्धि थाने के गोविंदपुर के वृत्ति गांव के पास ले जाकर नहर में फेंक दिया।

शव को हरसिद्धि थाने की पुलिस ने अगले दिन लावारिस स्थिति में बरामद किया था। तीन दिनों तक शव की पहचान नहीं होने पर पुलिस ने ही दाह – संस्कार कर दिया था। फॉरेंसिक जांच में कार के अंदर खून के धब्बे भी मिले। पुलिस के पास पुख्ता सबूत हाजीपुर में मस्जिद के पास लगा सीसीटीवी कैमरे का फुटेज भी है, जिसमें कार से जाते हुए सभी लोग दिखे हैं।

पुनाईचक की पत्थर गली में राम बाबू का परिवार किराए के मकान में पिछले छह सालों से रह रहा है । पिता सहदेव प्रसाद होमगार्ड के जवान थे जो हाल ही में रिटायर हो चुके है । घर में मां के अलावा छोटा भाई श्याम है जो इस बार दसवीं की परीक्षा देने वाला है । वैसे यह परिवार मूल रूप से मधुवनी जिले के पंडौल का रहने वाला है । मूल रूप से बेतिया के रहने वाले आरोपी नवनीत का परिवार भी पुनाईचक इलाके में पोस्ट ऑफिस गली के पास किराए पर रहता है ।

नवनीत के पिता ट्रैफिक पुलिस में सिपाही हैं। रामबाबू और नवनीत की दोस्ती थी। मगर, पुलिस की जांच यह बात सामने आई कि नवनीत की नजर सहदेव प्रसाद को रिटायरमेंट के बाद मिले रुपये पर थी । इसी वजह से उसने अपने दोस्तों के साथ मिलकर उसे धुमाने के बहाने अगवा किया।

जब उसे लगा कि उसकी पहचान उजागर हो जाएगी तो रामबाबू की गोली मारकर हत्या कर दी गई । हालांकि पुलिस का कहना है कि बाद में नवनीत व उसके दोस्तों ने फिरौती मांगने का इरादा छोड़ रामबाबू के गहने व मोबाइल फोन लूट लिए थे, जिसे बेतिया स्थित नवनीत के घर से बरामद किया गया।

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