रोहतास की शिक्षक पुत्री खुशी ने जेईई मेंस में लहराया परचम
ग्रामीण परिवेश की छात्रा ने सीमित संसाधनों की बदौलत ही पाई सफलता
रोहतास से बजरंगी कुमार सुमन की रिपोर्ट
सासाराम (voice4bihar desk) । अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर आयोजित कार्यक्रमों की खबरें लोग अखबारों में पढ़ रहे थे, इसी बीच दिनारा थाना क्षेत्र के अरंग गांव निवासी शिक्षक सच्चिदानंद सिंह की पुत्री खुशी कुमारी के जेईई मेंस में सफलता पाने की खबर ने इलाके में बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ के नारे को मजबूत कर दिया।
बेटी की सफलता पर खुशी कुमारी की मां आरती सिंह ने बताया कि शिक्षा की बदौलत बेटियां खुद को सक्षम साबित कर रही हैं। सब की बेटियां खुशी की पर्याय बन सके इसके लिए शिक्षा व्यवस्था को ग्रामीण स्तर से लेकर कस्बाई इलाकों तक शिक्षा व्यवस्था को मजबूत करने को आरती सिंह ने आवश्यक बताया है।
खुशी को मिले 99.19 फीसदी अंक
सीबीएसई दसवीं की परीक्षा में 97.8 फ़ीसदी अंक प्राप्त करते हुए सासाराम के आशीष सेंट्रल स्कूल की दसवीं टॉपर का खिताब प्राप्त करने वाली खुशी ने अपने लक्ष्य की दिशा में एक और मजबूत कदम रखा है। वह मैट्रिक परीक्षा पास करने के साथ ही वैज्ञानिक बनकर राष्ट्र सेवा करने की इच्छा जता चुकी है। जिसके बाद जेईई मेंस में मिली सफलता ने खुशी की इच्छा को मजबूत साबित किया है। जेईई मेंस परीक्षा में खुशी को मिले 99.19 फीसदी अंक प्राप्त हुए हैं।
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ग्रामीण परिवेश से आई खुशी सासाराम में रहकर करती थी तैयारी
जेईई जैसी परीक्षा क्रैक करने के लिए जहां लोग अपने बच्चों को राजस्थान के कोटा या अन्य बड़े शहरों में भेजते हैं, वहीं खुशी ने छोटे कस्बे में रहकर इस परीक्षा में सफलता पाई है। ग्रामीण माहौल में शिक्षा प्राप्त करने के बावजूद खुशी सासाराम में रहकर जेईई की तैयारी कर रही थी।
10वीं की परीक्षा में किया था स्कूल टॉप
दसवीं क्लास में स्कूल टॉपर होने पर स्कॉटिश सेंट्रल स्कूल प्रबंधन ने खुशी को लैपटॉप उपहार स्वरूप दिया था। शिक्षक पुत्री होने के नाते कुशवाहा कल्याण परिषद के जिला संयोजक सह ताराचंडी कमेटी के उपाध्यक्ष उमरेंद्र कुमार सुमन, अनिल कुमार वर्मा, कमलेश महतो, अयोध्या सिंह, मनोज कुमार भारती सहित कई लोगों ने सच्चिदानंद सिंह सहित खुशी को सफलता के लिए बधाई दी है।
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