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मैट्रिक परीक्षा में इस बार ‘गुदड़ी के लाल’ ने किया कमाल

छोटे-छोटे घरों से निकले बड़े होनहार, संसाधनों की कमी के बावजूद बने मैट्रिक परीक्षा में टॉपर

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टॉप-10 सूची में किसान, मजदूर, दर्जी, खैनी बिक्रेता, रिक्शा चालक व अखबार हॉकर के बच्चों ने बनाई जगह

Voice4bihar desk. बिहार विद्यालय परीक्षा समिति की 10वीं बोर्ड की परीक्षा का रिजल्ट इस बार कई मायने में जरा हट के है। एक तो यह कि मैट्रिक परीक्षा की जारी टॉप-10 की सूची में शायद पहली बार 100 से अधिक छात्र-छात्राओं को जगह दी गयी है। स्टेट टॉपर में दो छात्राओं व एक छात्र को जगह मिली है, जिसमें दो छात्राएं पूजा कुमारी व शुभदर्शनी आवासीय विद्यालय सिमुलतला से हैं जबकि तीसरा नाम रोहतास जिले के दिनारा के संदीप कुमार का है। रिजल्ट में एक अनोखी बात यह है कि सुविधा संपन्न घरों की बजाय इस बार गरीब घरों के बच्चों ने टॉपर की सूची में कब्जा जमाया है।

लघु किसान का पुत्र बना सेकेंड स्टेट टॉपर

नालंदा जिले के हिलसा ग्रामीण क्षेत्र में रहने वाले एक लघु किसान के बेटे उत्कर्ष नारायण भारती ने बिहार बोर्ड की मैट्रिक परीक्षा में स्टेट सेकंड टॉपर बनकर यह साबित किया कि प्रतिभा संसाधनों की मोहताज नहीं होती। हिलसा प्रखंड के उच्च विद्यालय दल्लू बिगहा के छात्र ने बिहार बोर्ड की मैट्रिक की परीक्षा में 483 अंक लाकर सेकंड स्टेट टॉपर बनने का गौरव हासिल किया है।

उत्कर्ष नारायण भारती नालंदा जिले के चंडी थाना अंतर्गत सैदबरही धर्मपुर गांव निवासी अनुग्रह नारायण भारती एवं माता रंजू देवी का मझला पुत्र है। बड़ा भाई हर्ष नारायण भारती ने इस वर्ष इंटर की परीक्षा पास की है, जबकि छोटा भाई कृष्ण नारायण भारती स्कूल में पढ़ता है। इसके दादाजी राजाराम प्रसाद सेवानिवृत्त शिक्षक हैं। उत्कर्ष की तमन्ना आईआईटी पढ़ने के बाद अंतरिक्ष वैज्ञानिक बनने की है।

मैट्रिक परीक्षा में स्टेट सेकंड टॉपर उत्कर्ष नारायण भारती को मिठाई खिलाते परिजन।

रोहतास के सुविधाविहीन स्कूल से निकला 7वां टॉपर

रोहतास जिले के तिलौथू प्रखंड अंतर्गत उत्क्रमित उच्च विद्यालय तुम्बा के छात्र आकाश कुमार ने विषम परिस्थितियों के बावजूद राज्य स्तर पर 7 वां स्थान प्राप्त किया। तुम्बा से सटे रमजीतगंज गांव निवासी आकाश के पिता प्रमोद आकाश कुमार सिंह पेशे से सीमांत किसान हैं। उसके चाचा शत्रुघ्न सिंह शिक्षक हैं। हाल ही में उत्क्रमित इस विद्यालय में सुविधाएं नहीं के बराबर है। यहां तक कि हाई स्कूल में उत्क्रमित होने के बावजूद यहां उच्च विद्यालय में पढ़ाने योग्य शिक्षक की पदस्थापना नहीं हुई है। मध्य विद्यालय के शिक्षकों के भरोसे चल रहे इस स्कूल में पढ़कर आकाश ने यह कामयाबी हासिल की है।

समाचार पत्र हॉकर के पुत्र ने पाया राज्य में 8 वां स्थान

मधुबनी जिले के जयनगर प्रखंड के देवधा गांव निवासी मध्यवर्गीय परिवार अखबार हॉकर रामनाथ महतो व माता लीला देवी के पुत्र व जयनगर प्लस टू हाई स्कूल का छात्र केशव कृष्ण ने मैट्रिक परीक्षा में बिहार में आठवां स्थान प्राप्त किया है। देवधा उत्तरी पंचायत के हाटगाछी निवासी रामनाथ महतो काफी गरीब परिवार से आते हैं। इन्होंने गरीबी में जीवन यापन करने के बाद भी अपने पुत्र को पढ़ाने में कोई कमी नहीं की। जिसका नतीजा है कि पूरे बिहार में उनका छोटा पुत्र केशव कृष्ण ने 477 अंक लाकर टॉप टेन में 8 वां स्थान प्राप्त किया है।

श्रमिक के पुत्र निरंजन ने हासिल किया टॉपर्स लिस्ट में 5 वां स्थान

मधुबनी जिले के लदनियां प्रखंड मुख्यलय स्थित न्यू अपग्रेड हाई स्कूल सिधप परसाही में पढ़ने वाले निरंजन कुमार सिंह ने बोर्ड के मैट्रिक परीक्षा में 480 अंक लाकर बिहार में पांचवां स्थान प्राप्त किया है। निरंजन कुमार सिंह ने 480 अंक लाकर मधुबनी जिले में पहला स्थान प्राप्त किया है। अपनी सफलता का श्रेय गुरुजन एवं परिजनों के सहयोग को बताते हुए निरंजन ने आगे चलकर डॉक्टर बनने की इच्छा जाहिर की है। हरियाणा के गुरुग्राम में मजदूरी करने वाले बाबूबरही प्रखंड के बेला गांव निवासी धनिकलाल सिंह के पुत्र निरंजन कुमार सिंह ने अपने मामा लदनियां प्रखंड के सिधपा निवासी अरुण सिंह के यहां रहकर पढ़ाई की है।

टॉप -10 में खैनी बेचने वाले का पुत्र भी शामिल

बेतिया जिले के ग्रामीण क्षेत्र साठी स्थित हाई स्कूल के छात्र ऋतिक ने सांतवा स्थान प्राप्त कर मैट्रिक परीक्षा के टॉप टेन में अपना स्थान बनाया है। ऋतिक आईएस बनकर देश की सेवा करना चाहते है। थाना क्षेत्र के छेरदवाली बसंतपुर गांव निवासी संदीप गिरी के पहले पुत्र ऋतिक जिनके माता का नाम संध्या देवी है। ऋतिक बताते हैं कि बचपन ननिहाल पकड़ीहार गांव में मामा अमित गिरी के घर बिता। वहीं से शिक्षा शुरू हुई मध्य विद्यालय गोनाही से मिडिल स्कूल पास करने के बाद उच्च विद्यालय साठी में पढ़ाई की। ऋतिक के घर की माली हालात उतनी अच्छी नहीं है। पिता जी आज भी साठी बाजार में खैनी की छोटी सी दुकान चलाते हैं।

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सूरत में मजदूरी करते हैं पिता, बेटे ने टॉपर की सूची में जगह पायी

शेखपुरा जिले के बरबीघा प्रखंड अंतर्गत पिंजड़ी गांव में अपने नाना कार्यानंद प्रसाद के यहां रह कर पढ़ाई कर रहा छात्र रणधीर स्टेट में छठा टॉपर बना। रंधीर के पिता मनोज प्रसाद गुजरात के सूरत में मजदूरी करते हैं। वे अलीगंज थाना अंतर्गत चूल्हायबीघा गांव के निवासी हैं। रणधीर आगे पढ़ाई कर सॉफ्टवेयर इंजीनियर बनना चाहता है। बता दें कि 479 नंबर रणधीर को आया है।

गुजरात में मजदूरी करने वाले की बेटी टॉप-5 में शामिल

बिहार के टॉप टेन में सीवान के राजवंशी देवी बालिका उच्च विद्यालय की छात्रा पुष्पांजलि ने टॉप 5 में जगह बनाई है। गुजरात में कार्य करने वाले मजदूर पिता उमेश कुमार की चार संतानों में दूसरे नंबर की पुष्पांजलि बड़ी होकर आईपीएस बनना चाहती है। कठिन परिस्थितियों में कठिन परिश्रम से परे बिहार में सर्वश्रेष्ठ पांच में आने के बाद पुष्पांजलि और उसका पूरा परिवार खुशी से झूम उठा है।

प्रवासी श्रमिक के पुत्र ने बेटा टॉप -10 में बनाई जगह

सीवान जिले के ही नौतन प्रखंड क्षेत्र के नारायणपुर गाँव के एक छात्र ने बिहार बोर्ड के हाईस्कूल की परीक्षा में 10 वां स्थान लाकर परचम लहरा दिया है। गाँव के खुर्शीद अंसारी के घर सोमवार को उस समय बधाई देने वालों का ताँता लग गया जब उनके पुत्र सैयद अंसारी का नाम दसवें रैक में प्रकाशित किया गया।

लोगों ने जब घर पर आकर बधाई देना शुरू किया तो माँ अकबरी खातून की आँखों में खुशी के आँसू आ गए। बता दें कि निम्नवर्गीय परिवार से आने वाले सैयद अंसारी के पिता विदेश में मजदूरी करते हैं। लेकिन सैयद ने घर की बदहाली में भी अपने हौसलों को हमेशा बुलंद रखते हुए हर परीक्षा में प्रथम आता रहा। उसने आगे चलकर आईआईटी की तैयारी करने की इच्छा जताई।

अरवल के राजमिस्त्री के पुत्र फिरदौस को मिठाई खिलाते परिजन।

टेलर मास्टर के बेटे ने नौवीं रैंक प्राप्त की

अरवल जिले के करपी अंतर्गत पहरपुरा गांव निवासी टेलर मास्टर हनीफ अहमद के पुत्र फिरदौस आलम ने मैट्रिक की परीक्षा में 476 अंक प्राप्त कर जिला में पहला एवं राज्य स्तर पर नौवां स्थान प्राप्त किया है। माँ हुस्नबनो खातून गृहिणी हैं। इधर फिरदौस ने अपने आगे के लक्ष्य के बारे में बताया कि वह मेहनत कर प्रोफेसर बनना चाहता है।

राजमिस्त्री का बेटा भी टॉपर्स लिस्ट में शामिल

जहानाबाद प्रखंड के प्लस टू स्कूल के छात्र ओमप्रकाश ने मैट्रिक परीक्षा में बिहार के टॉप टेन की सूची में जगह पायी है। जिले के सेंधवा गांव निवासी राजमिस्त्री भूषण कुमार का पुत्र ओमप्रकाश अपने ननिहाल सिकंदरपुर में रहकर पढ़ाई करता था। उसने बताया कि वह मूल निवासी पारस विगहा थाना क्षेत्र के सेंधवा गांव का रहने वाला है, लेकिन गरीबी के कारण अपने ननिहाल सिकंदरपुर में रहकर पढ़ाई करता था। उसके पिता राजमिस्त्री का काम करते हैं जिससे घर का गुजारा होता है। वह आगे की पढ़ाई कर आईएएस बनना चाहता है।

रिक्शा चालक पिता व दैनिक मजदूर मां के पुत्र ने बिहार में लाया दसवां स्थान

समस्तीपुर जिले के सरायरंजन अंतर्गत मूसापुर पंचायत के वार्ड 3 निवासी कमल दास का पुत्र रंजीत कुमार अन्य छात्रों के लिए प्रेरणा का स्रोत बन गया है। रंजीत गांव के ही उत्क्रमित उच्च माध्यमिक विद्यालय मूसापुर से इस बार मैट्रिक की परीक्षा दी थी। रंजीत ने 475 अंक लाकर बिहार में दसवां स्थान प्राप्त किया है। बता दें कि इस सफल छात्र के पिता कोलकाता में रिक्शा चला कर अपने परिवार का भरण पोषण करते हैं। रंजीत कुमार उच्च शिक्षा प्राप्त कर एक सफल शिक्षक बनना चाहता है। वही गांव में मां मनिया देवी मजदूरी करती है और रंजीत अपनी मेहनत के बल पर सफलता के इस मुकाम पर पहुंचा है।

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