अवैध आरा मशीन पर वन विभाग की छापेमारी, लाखों की इमारती लकड़ियां व उपकरण जब्त
रोहतास में अवैध आरा मशीन चलाने वालों की खैर नहीं, वन विभाग ने कसी कमर
जिले के विभिन्न क्षेत्रों में लकड़ी चीरने वालों की खबर लेने की चल रही तैयारी
अभिषेक कुमार के साथ बजरंगी कुमार सुमन की रिपोर्ट
सासाराम (voice4bihar news)। रोहतास जिले में बिना अनुमति के टिम्बर का काम करने वालों के खिलाफ वन विभाग ने बड़ी कार्रवाई शुरू कर दी है। इसके तहत डेहरी मुफ़स्सिल थाना क्षेत्र में फोरलेन सड़क के किनारे लेरूआ बाल के पास अवैध रुप से चल रही आरा मशीन पर छापेमारी की गयी। रोहतास डीएफओ के नेतृत्व में छापेमारी करते हुए भारी मात्रा में कीमती चिरान लकड़ी को जब्त किया गया है। इसके अलावे मिल में छापेमारी कर आरा मशीन में लगे उपकरणों को भी जब्त किया गया है। इस कार्रवाई के बाद जिले में अवैध आरा मशीन संचालकों में हड़कंप मच गया है।
टिम्बर व चिरान लकड़ी जब्त
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जिला वन अधिकारी (DFO) प्रद्युम्न गौरव के मुताबिक़ लेरूआ में 18 इंच से अधिक ट्रॉली एवं भेन्सा बैठाकर अवैध रूप से आरा मशीन संचालित किया जा रहा था। जिसे बिहार काष्ठ चिरान (विनियमन) अधिनियम 1990 के उल्लंघन के आरोप में जब्त कर लिया गया है। बकौल डीएफओ इस आरा मिल से 42 चौकी के अलावे लगभग 700 घन मीटर टिम्बर लकड़ी (मिश्रित प्रजाति) सहित लगभग 353 घन फीट मिश्रित प्रजाति की चिरान लकड़ी भी जब्त की गयी है। इसकी कीमत लाखों में आंकी जा रही है।

आरा मशीन का उपकरण भी ले गयी वन विभाग की टीम
लकड़ी के अलावे 15 एचपी मोटर के साथ एक सेट ट्रॉली सह आरा मशीन, एक सेट बेंड सी आरा मशीन, दो मोटर, डीजल इंजन दो पिस एवं चेनकूपी को जब्त किया गया है। हालांकि इस मामले में किसी की गिरफ्तारी अभी नहीं हुई है। डीएफओ के मुताबिक अवैध आरा मशीन संचालन की सूचना जिले के अन्य अनुमंडल क्षेत्र से भी मिल रही है, जिन्हें चिन्हित कर कार्रवाई की रणनीति बनायी जा रही है।
माना जा रहा है कि जिले के तीनों अनुमंडलों में अवैध आरा मशीनों की पहचान व कार्रवाई करने के लिए जल्द ही टीम बनाई जाएगी। लेरुआ में छापेमारी करने वाली टीम में प्रशिक्षु आईएफएस मनीष कुमार वर्मा, सहायक वन संरक्षक पंकज कुमार, सासाराम वन क्षेत्र पदाधिकारी सत्येन्द्र कुमार शर्मा एवं वनपाल व वनरक्षी मौजूद थे। कार्रवाई गुरुवार की शाम की बतायी जा रही है।