- बंध्याकरण के दौरान सदर अस्पताल में महिला की मौत पर लिया संज्ञान
- पोस्टमार्टम हाउस जाकर शोक संतप्त परिवार से मिले
- स्वास्थ्य कर्मियों की लापरवाही मिली तो होगी कार्रवाई
- मृतका के आश्रित को उचित मुआवजा दिलाने का आश्वासन भी दिया
बजरंगी कुमार सुमन की रिपोर्ट
सासाराम (voice4bihar desk)| बंध्याकरण ऑपरेशन के दौरान सदर अस्पताल सासाराम में ग्रामीण महिला की हुई मौत की खबर voice4bihar.com पर सबसे पहले चलने के बाद सम्बंधित अधिकारियों ने त्वरित संज्ञान लिया।
विज्ञापन
रोहतास सिविल सर्जन डॉक्टर सुधीर कुमार ने सदर अस्पताल के पोस्टमार्टम हाउस में पहुंचकर परिजनों एवं स्थानीय पंचायत प्रतिनिधियों से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने उचित मुआवजा दिलाने सहित लापरवाह चिकित्साकर्मियों के विरुद्ध जांचोंपरांत कार्रवाई का भरोसा भी दिलाया।
इसके साथ ही मीडिया कर्मियों से भी सिविल सर्जन डॉ कुमार ने फीडबैक लिया। इस दौरान बंध्याकरण के दौरान एक अन्य महिला की मौत का पुराना प्रकरण सामने आया। बताया गया कि शनिवार को हुई सुगिया देवी (ग्राम मलाव) की मौत जैसा ही एक मामला पड़ोसी गांव महादेवा की एक मरीज के साथ हुआ था। महादेवा निवासी दलित महिला की कुछ वर्षों पहले बंध्याकरण के दौरान हुई मौत में मेडिकल नेगलिजेंसी की बात सामने आई थी।

इस मामले में लापरवाही के आरोपी जीएएनएम के सदर अस्पताल में पुनः पदस्थापित किए जाने का सवाल भी सिविल सर्जन के समक्ष उठाया गया। बहरहाल अब देखना होगा कि पूरे मामले की जानकारी के बाद सिविल सर्जन द्वारा क्या कार्रवाई की जाती है और लापरवाही के कारण 4 बच्चों की परवरिश की जिम्मेदारी छोड़ कर मरने वाली महिला के परिजनों को कब तक उचित मुआवजा मिल पाता है।