चायनीज सेब की तस्करी : जवाबदेही तय करने को नेपाल में बनी जांच कमेटी, भारत में कार्रवाई शिथिल
नेपाल पुलिस व नेपाल सशस्त्र बल के 70 सुरक्षाकर्मी जांच के घेरे में
आरोप के घेरे में स्थानीय जनप्रतिनिधि, शनिवार की रात क्यों ऑफ हुआ सीसीटीवी?
राजेश कुमार शर्मा की रिपोर्ट
जोगबनी/अररिया (voice4bihar news)। भारत में रहकर चंद रुपयों की खातिर चायनीज सेब भेजकर भारतीय अर्थव्यवस्था को चपत लगाने वाले तस्करों के खिलाफ सशस्त्र सीमा बल की बड़ी कार्रवाई के बीच नेपाल में इसके लिए जिम्मेदार लोगों पर कार्रवाई शुरू हो गयी है। हालांकि चायनीज सेब की की बरामदगी के मामले में भारत में अभी तक कार्रवाई शिथिल नजर आ रही है। बता दें कि बीते रविवार को चायनीज सेब की तस्करी में लगे 6 ट्रकों के साथ ही एक एसयूवी कार व एक बाइक को जब्त किया गया था। मौका ए वारदात से शराब की छह बोतलें भी मिली थी, लेकिन एफआईआर में इस बात का जिक्र नहीं होने से पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठ रहे हैं।
क्या है पूरा मामला
बीते रविवार की अल सुबह पटना से पहुंची एसओजी की टीम की सूचना पर एसएसबी व पुलिस ने संयुक्त अभियान चलाया था। इसमें तीन नेपाली ट्रकों पर लोड चायनीज सेब की खेप नेपाल से लाकर भारत की सीमा में 5 किलोमीटर अंदर पहुंचा दी गयी थी। यहां एक इंट भट्ठे पर भारत का नंबर प्लेट लगे ट्रकों पर माल ट्रांसफर किया जा रहा था। इसी दौरान सुरक्षा एजेंसियों ने कार्रवाई करते हुए मौके से आठ लोगों को पकड़ते हुए सभी गाड़ियां व चायनीज सेब जब्त कर लिया था।
नेपाल से भारत पहुंची चायनीज सेब की खेप को नेपाल ने इसे गंभीरता से लेते हुए कई इंस्पेक्टरों सहित पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया है। साथ ही चार दर्जन से ज्यादा पुलिस कर्मियों की मिलीभगत की जांच के लिए कमेटी बना दी। वहीं दूसरी तरफ भारत में अब तक कोई सख्त एक्शन होता नजर नहीं आ रहा। इतनी बड़ी खेप नेपाल से भारत लाकर इत्मीनान से तय स्थान पर अनलोड की कोशिश कहीं न कहीं भारतीय सुरक्षा एजेंसियों की चूक की वजह से हुई है।
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चायनीज सेब की तस्करी में सुरक्षा अधिकारियों व जनप्रतिनिधियों के नाम की चर्चा
नेपाल पुलिस के एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी की मानें तो नेपाल में हो रही जांच का दायरा काफी विस्तृत है। इस तस्करी में कौन-कौन संलग्न हैं, किस-किस नाके से तस्करी हो रही है… जैसे तथ्यों की जांच हा रही है। मजेदार बात है कि अब तक हुई जांच में तस्करी की लाइन सेटिंग में नेपाल पुलिस के ही उच्चपदस्थ अधिकारी व स्थानीय जनप्रतिनिधियों के शामिल होने का अंदेशा जताया गया है।
पुलिस स्रोत के अनुसार जांच के क्रम में शनिवार की रात्रि कोशी गांवपालिका के वार्ड संख्या 7 स्थित हरिपुर चौक के रास्ते लाही नाका से चायनीज सेब से भरे तीनों ट्रकों ने भारत मे प्रवेश किया था। पुलिस सूत्रों का दावा है कि इसके पूर्व से ही उच्चपदस्थ सुरक्षा अधिकारी के साथ ही स्थानीय जनप्रतिनिधि की सहभागिता से सेब, सुपारी, गोल मिर्च, मटरल सहित अन्य प्रतिबंधित सामग्री की तस्करी होती रही है।

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…तो तस्करी में लगे ट्रकों को पार कराने के लिए ऑफ हुआ सीसीटीवी!
पुलिस स्रोत की मानें तो आपराधिक गतिविधि पर नियन्त्रण के उद्देश्य से कोशी गांवपालिका के वार्ड संख्या 7 स्थित हरिपुर क्षेत्र में सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। इसकी मॉनिटरिंग व ऑपरेटिंग की जिम्मेदारी वार्ड संख्या 7 के वार्ड कार्यालय की है, लेकिन शनिवार रात्रि अचानक इस इलाके के सभी सीसीटीवी कैमरे हो गये। अंदेशा है कि इसी दौरान चायनीज सेब से लदे ट्रक यहां से गुजरे थे। सूत्रों का दावा है कि जांच अधिकारी इन सीसीटीवी फुटेज से यह जानने की कोशिश कर रहे हैं कि कितनी गाड़ियां नेपाल से तस्करी का सामान लेकर भारत की ओर गयीं।
सीसीटीवी फुटेज को माना जा रहा अहम सुराग
पुलिस स्रोत की मानें तो नेपाल पुलिस के जांच अधिकारी सेब की तस्करी के साथ ही इस बात का भी पता लगा रहे हैं कि एसओजी के माध्यम से शराब की खेप तो नहीं भेजी जा रही! चायनीज सेब व शराब की तस्करी की तस्करी में सीसीटीवी फुटेज को अहम माना जा रहा था, लेकिन इस इलाके के सभी सीसीटीवी बन्द होने से जांच में बाधा आ रही है। इसी वजह से जांच अधिकारी ने कोशी गांवपालिका के वार्ड-7 के वार्ड अध्यक्ष रामचन्द्र महतो से भी जानकारी ली है।
तस्करी में शामिल होने से वार्ड अध्यक्ष ने झाड़ा पल्ला
जांच के क्रम में वार्ड अध्यक्ष रामचंद्र महतो ने बताया है कि तकनीकी खराबी से सीसीटीवी बंद था। उन्होंने किसी भी प्रकार के तस्करी में अपनी संलिप्तता से इनकार किया है। हालांकि जांच से जुड़े अधिकारी सीसीटीवी कैमरों के बंद होने व इसी रात तस्करी की गाड़ी भारत जाने की घटना को महज संयोग मानने को तैयार नहीं हैं।
चौकी इंचार्ज, बीओपी प्रभारी समेत 70 सुरक्षाकर्मियों की संलिप्तता की जांच
बता दें कि चायनीज सेब तस्करी प्रकरण सामने आने के बाद सीमा पुलिस चौकी भण्टाबारी के इंचार्ज सहित सभी यूनिट के साथ ही अस्थायी पुलिस चौकी श्रीपुर व कोशी कटान के इंचार्ज सहित 31 पुलिसकर्मियों पर विभागीय जांच हो रही है। वहीं चायनीज सेब तस्करी में संलग्न होने के आरोप में नेपाल सशस्त्र पुलिस बल बीओपी लाही के इंचार्ज महेश कार्की सहित पूरे युनिट के साथ ही कोशी क्षेत्र के बीओपी में तैनात 40 से ज्यादा नेपाल सशस्त्र पुलिस के सुरक्षा कर्मियों पर विभागीय जांच हो रही है।
डीएसपी ने कहा- जांच के बाद ही होगी आगे की कार्रवाई
मामले की पुष्टि करते हुए जिला पुलिस कार्यालय सुनसरी के प्रवक्ता तथा डीएसपी नगेन्द्र कार्की ने कहा कि सेब तस्करी में कितने जवान शामिल हैं, वह जांच के बाद ही कहा जा सकता है। वहीं नेपाल सशस्त्र पुलिस बल प्रदेश नम्बर एक पकली वाहनी के एसएसपी प्रकाश थापा के संयोजकत्व में अनुसन्धान टीम बना कर सेब के साथ ही एसओजी द्वारा शराब की खेप भेजने की सूचना को आधार मानते हुए जांच की जा रही है। अनुसन्धान टीम के संयोजक एसएसपी थापा के अनुसार अनुसंधान में जो भी बातें सामने आएगी, उसी के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
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