बुरे कर्म का फल बुरा ही होता है, बुरा कर्म ही मनुष्य का सबसे बड़ा दुश्मन : जीयर स्वामी
Voice4bihar desk. श्री त्रिदंडी स्वामी जी के शिष्य श्री जीयर स्वामी जी महाराज ने कहा कि बुरा कर्म का फल बुरा ही होता है। मनुष्य को कर्म करने में सतर्कता बरतनी चाहिए। बुरे कर्मों से बचना चाहिए। बुरा कर्म ही मनुष्य का सबसे बड़ा दुश्मन है। जैसा कर्म करेंगे वैसा फल मिलना निश्चित है। इसलिए किसी भी प्राणी को बुरा कर्म नहीं करना चाहिए।
उक्त बातें स्वामी जी ने पटना में भक्तों के बीच आशीर्वचन स्वरूप कही। इससे पूर्व जीयर स्वामी जी महाराज का आगमन पटना में हुआ। मीडिया प्रभारी अखिलेश बाबा ने बताया कि अलग अलग करीब दर्जनों जगहों पर स्वामी जी का अभिनंदन तथा स्वागत किया गया। तथा उनका प्रवचन भी हुआ। आशियाना रोड राम नगरी में 1 हफ्ते से श्री जीयर स्वामी जी के शिष्य श्री मुक्ति नाथ स्वामी जी द्वारा भागवत कथा का आयोजन चल रहा था। जहां पर श्री जीयर स्वामी जी महाराज का भव्य स्वागत किया गया। स्वामी जी से दर्शन करने के लिए काफी संख्या में लोग जुटे हुए थे।
तीर्थ करें फल एक है, संत मिले फल चार
प्रवचन के दौरान उन्होंने कहा कि किसी भी निर्दोष जीव को मारकर खाना बहुत ही बड़ा पाप है। किसी भी जीव को मारकर खाने का किसी भी मनुष्य को कोई अधिकार नहीं है। मनुष्य कुछ पल के लिए जिह्वा के स्वाद के लिए प्राणियों को मारकर खा जाता है। यह बहुत ही बड़ा अपराध है। इससे बचना चाहिए। उन्होंने कहा कि तीर्थ करने से भी बड़ा फल संत दर्शन का होता है। तीर्थ करें फल एक है संत मिले फल चार। पूर्व जन्म का जब पुण्य ईकट्ठा होता है तो संत का दर्शन होता है। संत के दर्शन मात्र से बड़ी से बड़ी बाधाएं टल जाती है।
विज्ञापन
श्री कृष्ण के बाल रूप का स्मरण करने से बुरा कर्म से मिलेगी मुक्ति
आगे उन्होंने कहा कि मनुष्य को संसार में रहते हुए और संसार में जीविकोपार्जन के लिए कार्य करते हुए ईश्वर में ध्यान लगाते रहना चाहिए। भगवान श्री कृष्ण के बाल रूप का स्मरण करने से पापों से मुक्ति मिल जाती है। श्री कृष्ण की बाल लीलाओं को सुनने से मनुष्य ईश्वर को प्राप्त कर लेता है। सभी देवी देवता भी कृष्ण के बाल रूप का स्मरण करते रहते हैं। जब भी समय मिले नित्य प्रतिदिन श्रीमद् भागवत कथा का श्रवण करते रहना चाहिए। भागवत कथा का पाठ करते रहना चाहिए।
बेवजह पेड़ पौधे को नहीं काटना चाहिए
जिस घर में भागवत कथा का पाठ होता हो उस घर में लक्ष्मी का आगमन हो जाता है। और घर में प्रायः शांति स्थापित रखती है। मनुष्य को इस बात पर हमेशा ध्यान रखना चाहिए कि हमसे किसी भी दूसरे मनुष्य को कोई परेशानी ना हो। कोई कष्ट ना हो। उन्होंने कहा कि बेवजह पेड़ पौधे को नहीं काटना चाहिए यह दिन रात हमें प्राणवायु ऑक्सीजन उपलब्ध कराते रहते हैं।