भारत सरकार ने नेपाल में बड़े नोटों के एक्सचेंज से हटाया प्रतिबंध, लेकिन नेपाल की ओर से अभी अड़चन

भारतीय रिजर्व बैंक की पहल के बावजूद नेपाल राष्ट्र बैंक के द्वारा जारी नहीं की गई आसूचना

कानूनी अड़चन बरकरार नेपाल राष्ट्र बैंक गजट प्रकाशन के बाद ही नेपाल से हटेगा प्रतिबंध

राजेश कुमार शर्मा की रिपोर्ट

जोगबनी (Voice4bihar news)। भारत सरकार द्वारा जारी 100 से ऊपर के सभी भारतीय नोटों पर नेपाल ने प्रतिबंध हटा लिया है, लेकिन नेपाल में कानूनी प्रक्रिया पूरी नहीं होने के कारण यह अबतक नेपाल सरकार की तरफ से प्रभाव में नहीं लाया जा सका है। तीन दिसम्बर को रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने नेपाल में 100 से बड़े नोटों को एक्सचेंज करने की अनुमति दी है। इसके बाद यह मुद्दा चल रहा है कि क्या अब नेपाल में नेपाल राष्ट्र बैंक से 200 एवं 500 के नोटों को बदला जा सकता है?

नयी व्यवस्था के लिए नेपाल राष्ट्र बैंक को करना होगा गजट प्रकाशित

इसको लेकर हमने नेपाल रिजर्व बैंक के केंद्रीय प्रवक्ता से बात की तो पता चला कि इस व्यवस्था को लागू करने के लिए नेपाल राष्ट्र बैंक को गजट प्रकाशन करना होगा। नेपाल राष्ट्र बैंक के प्रवक्ता गुरुप्रसाद पौडेल ने इस मामले में विस्तार से चर्चा करते हुए कहा कि भारत सरकार के द्वारा लिया गया यह फैसला निश्चित तौर पर स्वागत योग्य है। इससे दोनों देशों के नागरिकों को सुविधा मिलेगी।

नोटबंदी से पहले थी 25,000 रुपये तक लाने व ले जाने की छूट

हालांकि इसके कार्यान्वयन के लिए नेपाल राष्ट्र बैंक के द्वारा गजट प्रकाशन कर निर्देशन जारी करना होगा। क्योंकि वर्तमान में नेपाल राष्ट्र बैंक के निर्देशन के कारण ही 100 से ऊपर के भारतीय मुद्रा को रखने व बदलने की सुविधा पर रोक लगाया गया है। प्रवक्ता पौडेल बताते हैं कि भारत में नोटबंदी से पूर्व भी यही नियम था भारतीय नागरिक नेपाल में 25 हजार रुपये तक भारतीय बड़े नोट नेपाल ला सकते थे एवं नेपाल से भारत ले कर जा सकते थे।

भारत में नोटबंदी के बाद बदल गए हालात, बड़े नोटों के चलन पर लगी रोक

भारत में नोटबंदी के बाद हालात बिल्कुल बदल गए। मौजूदा समय में नेपाल में अब भी पुराने नोट नहीं बदले जा सकते हैं। फिर से बड़े नोट को एक्सचेंज के बाद भारत सरकार के द्वारा अगर फिर नोटबंदी की जाती है तो इसका कैसे समाधान किया जाएगा, इस सभी बिंदुओं पर समीक्षा करने के बाद ही नेपाल राष्ट्र बैंक इसको लेकर निर्देशन जारी करेगी।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नोटबंदी का फैसला लेकर किया था सबको हैरान

उल्लेखनीय है कि 8 नवंबर 2016 को भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नोटबंदी का फैसला लेकर सबको चौंका दिया था। इस फैसले के कारण 500 एवं 1000 के पुराने नोट चलन से बाहर हो गए और इसकी जगह 200, 500 एवं 2000 रुपये की नई करेंसी ने ले ली। हालांकि बाद में भारतीय रिजर्व बैंक ने 2000 रुपये के गुलाबी नोट भी बाजार से बाहर कर दिया और प्रचलन में सिर्फ 100, 200 व 500 के नोट ही रह गए।

नोटबंदी के वक्त हुए अनुभव को लेकर पशोपेश में नेपाल

नोटबदली की इस प्रक्रिया से नेपाल को बाहर रखा गया और बड़े पैमाने पर पुरानी भारतीय मुद्रा नेपाल में धरी की धरी रह गयी। तब नेपाल सरकार ने इन नोटों को बदलने का अनुरोध भारत सरकार से किया था लेकिन मनमाफिक परिणाम नहीं निकला। उसी वक्त नेपाल राष्ट्र बैंक ने भी भारतीय करेंसी के बड़े नोटों को नेपाल में प्रतिबंधित कर दिया था। हालांकि 100 एवं इससे कम के नोटों का चलन दोनों देशों में समान रुप से होता रहा। अब देखना होगा कि भारतीय रिजर्व बैंक की इस पहल के बाद नेपाल राष्ट्र बैंक क्या कदम उठाता है।

Restrictions on exchange of high-value notes liftedबड़े नोटों के एक्सचेंज से हटा प्रतिबंध
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