पटना (voice4bihar news)। नेपाल में सोशल मीडिया पर बैन लगाने वाले प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली काे आखिरकार इस्तीफा देना पड़ा। मंगलवार को राष्ट्रपति भवन, संसद भवन और प्रधानमंत्री के आवास समेत तमाम सरकारी भवनों में प्रदर्शनकारियों द्वारा आग लगाए जाने के बाद प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली ने इस्तीफा दे दिया। राष्ट्रपित ने ओली का इस्तीफा स्वीकार कर लिया है। काठमांडु के मेयर बालेंद्र शाह कार्यवाहक प्रधानमंत्री बनाए जा सकते हैं। सोशल मीडिया से प्रतिबंध हटा लिया गया है।
मंगलवार को प्रदर्शनकारियों की हिंसा में नेपाल के विदेश मंत्री, वित्त मंत्री और पूर्व प्रधानमंत्री समेत कई राजनेता जख्मी हुए हैं। प्रदर्शकारियों ने संसद भवन सहित कई मंत्रियों और राजनेताओं के घरों में लूटपाट करने के बाद घर को आग के हवाले कर दिया। नेपाली कांग्रेस के दफ्तर सहित कुछ मीडिया हाउस में भी आग लगा दी गयी है।
राष्ट्रपति ने प्रधानमंत्री के इस्तीफे की जानकारी देते हुए नेपाल के लोगों से शांति कायम करने की अपील की है। सेना भी जगह-जगह जमा प्रदर्शनकारियों से शांति बनाने और अपने-अपने घरों में जाने की अपील कर रही है। इधर, प्रदर्शकारी पुलिस की गोली से लोगों के मारे जाने की जांच के लिए आयोग का गठन करने की मांग कर रहे हैं। साथ ही कुछ लोग प्रधानमंत्री ओली को देश से निकाले जाने की मांग भी कर रहे हैं।
ओली के इस्तीफे के बाद भी प्रदर्शन कर रहे लोगों का कहना है कि केवल प्रधानमंत्री के इस्तीफे से नेपाल का भला नहीं होने वाला है। यहां की न्यायपालिका और विधायिका भी भ्रष्ट है। इन सभी को यहां से जाना होगा।
साेमवार को पुलिस की गोलीबारी में 20 से अधिक युवाओं के मारे जाने के बाद मंगलवार को भी दिन भर हिंसा का दौर जारी रहा। इस बीच नेपाल की गठबंधन सरकार के मंत्रियों ने इस्तीफा देना शुरू कर दिया है। अब तक कम से कम तीन मंत्रियों के इस्तीफा देने की बात कही जा रही है। इधर, नेपाल से सटी भारत की सीमा पर चौकसी बढ़ा दी गयी है। भारत सरकार ने दोनों पक्षों से संयम बरतने की अपील की है। भारत से काठमांडु जाने वाली हवाई सेवा को फिलहाल स्थगित कर दिया गया है।