Gen-Z आंदोलन के एक महीने बाद भी नेपाल के झुमका जेल में नहीं लौटे 701 कैदी

इनमें भूटान व भारत के 52 कैदी शामिल, Gen-Z आंदोलन में जेल ब्रेक के दौरान हुए थे फरार

हथियार तस्करी व नशीली दवाओं से लेकर मानव तस्करी जैसे गंभीर आरोपों में काट रहे थे सजा

नेपाल के विभिन्न जेलों से फरार 5.5 हजार कैदी अब तक जेलों में नहीं लौटाये जा सके

राजेश कुमार शर्मा की रिपोर्ट

Voice4bihar News. नेपाल में तख्तापलट के लिए हुए Gen-Z आंदोलन के एक महीने पूरे हुए हैं, लेकिन अब भी आंदोलन के दौरान विभिन्न जेलों से भागे हुए साढ़े 5 हजार कैदी फरार हैं। वहीं जोगबनी सीमा से कुछ ही किलोमीटर की दूरी पर स्थित सुनसरी जिले के झुमका कारागार से भी फरार हुए सैकड़ों कैदी अब तक वापस नहीं लाये जा सके हैं।

झुमका जेल के जेलर सुभाष लामिछाने ने बताया कि Gen-Z आंदोलन के क्रम में झुमका जेल से फरार हुए सैकड़ों कैदियों में अब तक 701 कैदी फरार हैं, जबकि एक हजार 92 कैदियों को जेल में वापस लाया जा चुका है। इसमें कई कैदी खुद वापस लौट आए तो कई को विभिन्न जिले से गिरफ्तार कर लाया गया है। जबकि इस जेल से फरार तीन कैदियों सिन्धुली कारागार में पुलिस के द्वारा गिरफ्तार कर रखा गया है।

10 भारतीय नागरिकों के खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस जारी करने की तैयारी

झुमका जेल के जेलर सुभाष लामिछाने के अनुसार इस जेल से 52 विदेशी कैदी भी फरार हुए थे, जिनका संबंध भारत व भूटान से है। ये हथियार सप्लाई, नशीली दवाओं का कारोबार, दुष्कर्म, मानव तस्करी, अंतर्देशीय गंभीर अपराधों में दोषी साबित होने के बाद सजा काट रहे हैं। जेलर सुभाष लामिछाने के अनुसार 10 भारतीय कैदियों को ट्रेस किया गया है। जल्द ही जिला पुलिस कार्यालय के मार्फत रेड कॉर्नर नोटिस जारी करने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी।

नेपाल के कानून अनुसार कैदी को आश्रय देने वाले पर भी कार्रवाई

जेलर सुभाष के अनुसार जेल प्रशासन के द्वारा दिए गए समय सीमा समाप्त हो चुकी है। अब कारागार कानून 2022 व अन्य प्रचलित कानून के अनुसार कैदी व कैदियों को आश्रय देने वाले व्यक्ति पर कार्रवाई की जाएगी।

Jhumka Jail in Nepalनेपाल के झुमका जेल
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