शिवहर सांसद लवली आनंद के अलावा मंत्री रत्नेश सदा मुख्य वक्ता के तौर पर पधारे थे
सासाराम (Voice4bihar News)। रोहतास जिले में एनडीए में सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है। पिछले दिनों कांग्रेस के खिलाफ पुतला दहन में कार्यक्रम में भाजपा के दो पूर्व विधायकों के बीच तकरार की चर्चा अभी थमी भी नहीं थी कि नोखा में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) के कार्यकर्ता सम्मेलन में ऐसा कुछ हुआ कि विपक्ष को हमला करने का मौका मिल गया। इसका एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें पंडाल में खाली कुर्सियां देखकर सांसद लवली आनंद कार्यक्रम के व्यवस्थापकों को खरी-खोटी सुनाती दिख रही हैं।
नोखा बाजार समिति में 10 हजार की क्षमता वाला बना था पंडाल
दरअसल, शनिवार को रोहतास जिले के नोखा बाजार समिति में एनडीए का कार्यकर्ता सम्मेलन आयोजित था। इसके लिए एक बड़ा सा वाटरप्रूफ पंडाल लगाया था, जिसमें करीब 10-12 हजार कार्यकर्ताओं के बैठने की व्यवस्था थी। इसमें मुख्य वक्ता शिवहर लोकसभा सीट से जदयू सांसद लवली आनंद, कैबिनेट मंत्री रत्नेश सदा एवं विधायक अनिल सिंह पहुंचे थे। मंच पर सभी अतिथि आसीन थे और संबोधित करने के लिए जदयू सांसद लवली आनंद को माइक थमा दी गयी।
कार्यकर्ताओं को संबोधित करने की बजाय सांसद ने खरी-खोटी सुनाई
माइक थामते ही पंडाल में खाली पड़ी कुर्सियां देख लवली आनंद भड़क गयीं। उन्होंने कहा कि “आपलोग तो हमको बोलने ही नहीं दिये। ऐसे में हम कैसे बोलेंगे। यहां लोग हमारे लिए आते हैं, हमलोगों को बुलाते हैं। कुर्सियां खाली पड़ी हुई हैं और बीच में आप खाना का प्रयोजन भी रख देते हैं। खाना आप खिला देते, उसके बाद ही कार्यक्रम रखते। दो बजे से शुरू करते, ढाई बजे से शुरू करते। तो मैं यही कहके माफी चाहती हूं, मैं सभी लोगों को धन्यवाद देती हूं।”
बीच कार्यक्रम में खाना खाने चले गए एनडीए कार्यकर्ता
बताया जाता है कि कार्यक्रम में नेताओं के संबोधन के बीच में ही किसी ने अनाउंस कर दिया कि खाना तैयार है, आपलोग खा सकते हैं। ऐसे में जो भी कार्यकर्ता इस सम्मेलन में आए थे, भोजन के स्टॉल पर लाइन लगाकर खाने चले गए। जिस वक्त लवली आनंद का संबोधन चल रहा था, उस वक्त पंडाल की क्षमता का 10 प्रतिशत सीट भी भरा नहीं था। वायरल वीडियो में मुश्किल से 100-200 लोग ही कुर्सियों पर बैठे दिख रहे हैं।
लवली आनंद ने याद दिलाया, पहले के सम्मेलन में होती थी भीड़
यही वजह है कि सांसद लवली आनंद नाराज हो गयीं। वे बिना कुछ खास बोले ही बैठ गयीं। सांसद का कहना था कि हमलोग भी तो अबतक बिना खाये-पिये ही खड़े हैं। कई जरूरी काम छोड़कर यहां आये और ऐसी व्यवस्था? लवली आनंद ने इससे पूर्व नोखा में हुए सम्मेलन को याद करते हुए कहा कि पहले भी हमलोग यहां आए हैं। तब कितनी भीड़ जुटती थी लेकिन अब यह ठीक नहीं है।