मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना में 10 हजार रुपये नहीं मिलने पर फूटा आक्रोश, जीविका दीदियों ने घेरा कार्यालय

हजारों महिलाओं ने किया उग्र प्रदर्शन, कार्यालय बंद कर भागे जीविका के बीपीएम व कर्मचारी

जीविका कार्यालय पर प्रदर्शन के बाद पहुंचीं प्रखंड कार्यालय, सीओ ने दिया जांच का आश्वासन

नवादा (Voice4bihar News)। मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना के तहत बिहार सरकार की ओर से 10-10 हजार रुपये नहीं मिलने पर हजारों जीविका दीदियों का गुस्सा फूट पड़ा। बुधवार को हजारों महिलाएं जीविका कार्यालय पहुंची और जमकर विरोध प्रदर्शन किया। बढ़ते तनाव को देखते हुए प्रभारी बीपीएम सहित सभी कर्मी कार्यालय बंद कर वहां से भाग खड़े हुए। यह पूरा वाकया नवादा जिला अंतर्गत सिरदला बाजार स्थित जीविका कार्यालय पर नजर आया।

कार्यालय से भागते एरिया कोऑर्डिनेटर को महिलाओं ने घेर लिया

दरअसल, नवादा जिले के सिरदला बाजार स्थित जीविका कार्यालय पर हजारों महिलाएं आ धमकीं और अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन करने लगीं। माहौल बिगड़ता देख जीविका कार्यालय के अधिकारी व कर्मचारी घबरा गए और कार्यालय में ताला लगाकर चल दिये। आरोप है कि एरिया कोऑर्डिनेटर राजकुमार भी कार्यालय छोड़कर भागने लगे, लेकिन महिलाओं ने उन्हें करीब सौ मीटर की दूरी पर रोक लिया और जवाब-तलब किया।

महिला रोजगार योजना में आवेदन के लिए 50-100 रुपये उगाही का आरोप

महिलाओं ने आरोप लगाया कि महिला रोजगार योजना के आवेदन के लिए 50 से 100 रुपये तक वसूले गए। दो से तीन माह तक “आज-कल” कहकर दौड़ाया गया और बाद में यह कहकर पल्ला झाड़ लिया गया कि वे जीविका समूह की नहीं बल्कि फेडरेशन की सदस्य है, इसलिए लाभ नहीं मिल पाएगा। महिलाओं ने दावा किया कि कई फॉर्म गायब कर दिए गए और आवेदन की कोई रसीद भी नहीं दी गई।

प्रदर्शनकारियों ने कार्यालय में ताला जड़ने की चेतावनी दी

उनका कहना है कि वे वर्ष 2011 से जीविका से जुड़ी है और पहले भी कई योजनाओं का लाभ मिला है, तो अब केवल 10 हजार रुपये वाली योजना से ही क्यों वंचित किया गया? इसी आक्रोश के बीच महिलाओं ने कार्यालय पर ताला जड़ने की चेतावनी भी दी।

2 किलोमीटर पैदल चलकर पहुंचीं सिरदला प्रखंड कार्यालय, छुट्टी पर थे बीडीओ

जीविका कार्यालय पर प्रदर्शन के बाद महिलाएं लगभग दो किलोमीटर पैदल चलकर प्रखंड कार्यालय पहुंची, जहां भी उन्होंने विरोध जताया। बीडीओ दीपेश कुमार छुट्टी पर थे, जिसके बाद अंचलाधिकारी भोला प्रसाद बाहर आकर महिलाओं से मिले। उन्होंने लिखित आवेदन लिया और निष्पक्ष जांच का आश्वासन दिया।

महिलाओं ने चेताया- न्याय नहीं मिला तो फिर सड़क पर उतरेंगी

महिलाओं ने अपने आवेदन में उल्लेख किया कि उनके 53 ग्राम संगठन 2013-14 से संचालित है, जिनके तहत 705 समूह सक्रिय है और सभी की आईडी जीविका के एमआईएस पोर्टल पर मौजूद है। इसके बावजूद उन्हें योजना से वंचित कर दिया गया। महिलाओं ने चेतावनी दी कि न्याय नहीं मिलने पर वे सड़क पर उतरकर बड़ा आंदोलन करेंगी।

1.40 करोड़ जीविका को मिल चुका है मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना का लाभ

उल्लेखनीय है कि विधानसभा चुनाव के ऐन पहले बिहार सरकार ने ‘मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना 2025’ शुरू की और इसके तहत जीविका दीदियों के खाते में 10-10 हजार रुपये बारी-बारी से भेजा। अब तक 1 करोड़ 40 लाख महिलाओं को यह राशि मिल चुकी है लेकिन तकनीकी वजहों से बहुत सी महिलाओं को पैसे नहीं मिले। इसके साथ ही योजना लॉन्च होने के बाद जीविका समूह में जुड़ी महिलाओं को बाद में पैसे भेजे जाने की बात कही गयी है।

तकनीकी वजहों से भी नहीं मिले रुपये, महिलाओं में फैला भ्रम

चूंकि विधानसभा चुनाव बीतने के बाद महिलाओं के बीच यह भ्रम फैला कि ये पैसे सिर्फ वोट लेने के लिए प्रलोभन के तौर पर दिये गए थे। अब नयी सरकार बन चुकी है तो अन्य लाभुकों को पैसा नहीं मिलेगा। हालांकि सरकार का कहना है कि योजना अभी जारी है। ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार ने बताया कि 14 दिसंबर तक सभी पात्र महिलाओं को भुगतान सुनिश्चित किया जाएगा। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार स्वयं डीबीटी के माध्यम से राशि हस्तांतरित करेंगे।

Chief Minister Women Employment Schemeमुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना
Comments (0)
Add Comment