बुद्ध सम्यक दर्शन संग्रहालय-सह-स्मृति स्तूप का मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने किया लोकार्पण

550.48 करोड़ रुपये की लागत से छह वर्षों में तैयार हुआ वास्तुकला का नायाब नमूना

ऐतिहासिक मड स्तूप के निकट बना है बुद्ध सम्यक दर्शन संग्रहालय-सह-स्मृति स्तूप

हाजीपुर (Voice4bihar News)। गणतंत्र की जननी वैशाली की धरती पर बौद्ध धर्म के अनुयायियों और सैलानियों के लिए नवनिर्मित एक अत्यंत पवित्र तीर्थस्थल “बुद्ध सम्यक दर्शन संग्रहालय-सह-स्मृति स्तूप” का मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने फीता काटकर एवं शिलापट्ट अनावरण कर उद्घाटन किया। किया। इस उद्घाटन समारोह में देश-विदेश से आए बौद्ध अनुयायी तथा स्थानीय जनसमुदाय बड़ी संख्या में उपस्थित रहे।

भगवान बुद्ध के पवित्र अस्थि अवशेष का किया गया अधिष्ठापन

उद्घाटन के पश्चात् मुख्यमंत्री स्मृति स्तूप के प्रथम तल पर मुख्य हॉल में भगवान बुद्ध के पवित्र अस्थि अवशेष के अधिष्ठापन कार्य एवं पूजा समारोह में शामिल हुए। मंत्रोच्चारण के बीच प्रमुख बौद्ध भिक्षुओं ने भगवान बुद्ध के पवित्र अवशेष का नवकक्ष में विधिपूर्वक एवं श्रद्धापूर्वक अधिष्ठापित किया। कार्यक्रम के दौरान परम पावन दलाई लामा जी के लिखित संदेश को भी पढ़ा गया। कार्यक्रम में 15 देशों के प्रमुख बौद्ध भिक्षुगण एवं बौद्ध धर्मावलंबी उपस्थित हुये। कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री को प्रमुख बौद्ध भिक्षुओं ने प्रतीक चिह्न, अंगवस्त्र एवं पुस्तक भेंटकर उनका स्वागत किया।

बुद्ध सम्यक दर्शन संग्रहालय-सह-स्मृति स्तूप का लोकार्पण करते मुख्यमंत्री नीतीश कुमार।

स्मृति स्तूप परिसर में पवित्र बोधि वृक्ष के शिशु पौधे का मुख्यमंत्री ने किया रोपण

इस ऐतिहासिक अवसर पर मुख्यमंत्री ने बुद्ध सम्यक संग्रहालय सह स्मृति स्तूप परिसर में बोध गया के पवित्र बोधि वृक्ष के शिशु पौधे का रोपण किया। मुख्यमंत्री ने मेकिंग ऑफ बुद्ध सम्यक संग्रहालय एवं स्मृति स्तूप दीर्घा का फीता काटकर उद्घाटन किया। उद्घाटन के पश्चात् मुख्यमंत्री ने इस दीर्घा में भगवान बुद्ध के जीवन से संबंधित गतिविधियों, कार्यकलापों एवं अध्यात्मिक संदेशों पर आधारित कलाकृतियों का अवलोकन किया।

मुख्यमंत्री ने कहा-वैशाली के मड स्तूप से मिले तथागत बुद्ध के अस्थि अवशेष सबसे प्रामाणिक

500 किलोवाट क्षमता के सोलर पैनल से मिल रही पूरे कैम्पस को ऊर्जा

मुख्यमंत्री ने बुद्ध सम्यक संग्रहालय सह स्मृति स्तूप परिसर का भी निरीक्षण किया और वहां की व्यवस्थाओं की जानकारी ली। इस दौरान भवन निर्माण विभाग के सचिव कुमार रवि ने मुख्यमंत्री को बताया कि यहां 500 किलोवाट क्षमता का सोलर पैनल स्थापित किया गया है, इससे पूरे परिसर को सौर ऊर्जा का लाभ मिलेगा। भवन निर्माण विभाग के सचिव ने मुख्यमंत्री को बुद्ध सम्यक संग्रहालय सह स्मृति स्तूप की आकृति का प्रतीक चिह्न भेंट किया।

बुद्ध सम्यक दर्शन संग्रहालय-सह-स्मृति स्तूप के लोकार्पण समारोह में दुनिया के विभिन्न हिस्सों से पधारे बौद्ध धर्मावलंबी।

पुष्करणी तालाब के पास 72 एकड़ के भूखंड पर फैला है स्मृति स्तूप

गौरतलब है कि वैशाली में पवित्र पुष्करणी तालाब एवं ऐतिहासिक मड स्तूप के निकट 550.48 करोड़ रुपये की लागत से 72 एकड़ के भूखंड पर बुद्ध सम्यक दर्शन संग्रहालय-सह-स्मृति स्तूप का निर्माण किया गया है। इस संग्रहालय की आधारशिला मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपने पिछले कार्यकाल में, 19 फरवरी 2019 को रखी थी। उस समय कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री राम विलास पासवान, उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी, पथ निर्माण मंत्री नंदकिशोर यादव, भवन निर्माण मंत्री महेश्वर हजारी तथा कला-संस्कृति मंत्री कृष्ण कुमार ऋषि उपस्थित थे। करीब 70 एकड़ भूमि में फैले इस संग्रहालय का निर्माण कला, संस्कृति एवं युवा विभाग की देखरेख में छह वर्षों में पूरा हुआ और पिछले महीने यह तैयार हो गया।

गणतंत्र की भूमि वैशाली में 72 एकड़ के भूखंड पर बना बुद्ध स्मृति स्तूप।

 

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