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पंचायत चुनाव में प्रचार वाहन पलटने से 4 बच्चों की मौत, जिंदाबाद कहते-कहते खुद हो गए मुर्दा

पंचायत समिति सदस्य के प्रचार के लिए निकली थी गाड़ी

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गाड़ी की छत पर चढ़कर नारे लगा रहे थे 10-12 वर्ष के बच्चे

नवादा (voice4bihar news)। बिहार में पंचायत चुनाव में धुंआधार प्रचार के लिए निकले एक प्रत्याशी का प्रचार वाहन पलटने से चार बच्चों की मौत हो गई। घटना नवादा जिले के अकबरपुर थाना क्षेत्र की है। यहां की लेधा पंचायत अंतर्गत आसमा-कझिया गांव के बीच चुनाव प्रचार वाहन पलट गया। इस हादसे में गाड़ी की छत पर बैठे लेदधा गांव के 4 बच्चों की मौत हो गयी।

पुलिस की मिलीभगत से मामला रफा दफा करने की कोशिश

बताया जाता है कि लेधा क्षेत्र से चुनाव लड़ रहे पंचायत समिति सदस्य के प्रत्याशी की गाड़ी प्रचार के लिए निकली थी। इन बच्चों को नारेबाजी के लिए वाहन के चैट पर चढ़ाया गया था। हालांकि पुलिस के सहयोग से प्रत्याशी का बैनर गाड़ी से हटा दिया गया है।

ग्रामीणों का कहना है कि प्रचार वाहन पिकअप गाड़ी का ड्राइवर का संतुलन बिगड़ गया और सड़क के किनारे पलटी मार दी। इसमें 3 बच्चों की घटनास्थल पर ही मृत्यु हो गई, जबकि 1 बच्चे की मौत इलाज के लिए नवादा सदर अस्पताल ले जाने के रास्ते में हुई।

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घटना की सूचना के बाद अकबरपुर थाने की पुलिस ने सभी का शव अपने में कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए नवादा सदर अस्पताल भेज दिया। इधर ग्रामीणों ने बताया कि प्रचार गाड़ी कझिया गांव की ओर जा रही थी। इस बीच गाड़ी के ड्राइवर ने संतुलन खो दिया, जिसमें 4 बच्चों की मौत हो गई।

मरने वालों में लेधा गांव के उपेंद्र यादव के पुत्र सौरव कुमार, नवल पंडित के पुत्र सचिन कुमार, उपेंद्र रावत के पुत्र राजा कुमार, स्वारथ पासवान के पुत्र संतोष कुमार शामिल हैं। इन सभी की उम्र लगभग 10 से 12 वर्ष के बीच है।

इस घटना की जानकारी प्राप्त होते आसपास के ग्रामीणों जुट गए। ग्रामीणों ने कहा कि बच्चे छत पर बैठे थे। प्रत्याशी के पक्ष में नारेबाजी कर रहे थे, तभी वाहन पलटने से सभी की मौत हुई। ग्रामीणों का कहना है कि पुलिस पदाधिकारी ने पहुंचते ही प्रत्याशी के परिजनों से मिलकर वाहन से बैनर पोस्टर हटवा दिया। इससे साफ जाहिर है कि अब मामला लेनदेन कर लीपापोती का प्रयास चल रहा है।

घटनास्थल पर जुटे पंचायत के लोग
घटनास्थल पर जुटे पंचायत के लोग

इतना तय है कि मौत के शिकार मासूमों को कुछ पैसे देकर नारेबाजी के लिए प्रत्याशी के परिजनों ने रखा था, जिनकी जान तक चली गई। कझया गांव के ग्रामीण राजीव कुमार ने एसपी से घटना के सही तरीके से जांच कर दोषी लोगों के विरुद्ध कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने आरोप लगाया है कि छोटे मासूम बच्चों को नारेबाजी के लिए रखा गया था, जिस कारण ही वाहन पलटने से मौत हुई।

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