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बिहार में आठ दिनों में 15 बीडीओ को मिली चेतावनी, कई अफसरों के वेतन वृद्धि पर लगी रोक

ग्रामीण सेवा संवर्ग के हैं अधिकतर बीडीओ, डीएम की रिपोर्ट पर विभाग की कार्रवाई

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ग्रामीण विकास विभाग ने दिये हल्के दंड, डीएम की अनुशंसा के अनुरूप नहीं हुई कार्रवाई

पटना (voice4bihar news)। राज्य सरकार के ग्रामीण विकास विभाग ने बिहार के 15 प्रखंड विकास पदाधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए चेतावनी जारी किया है। किसी को वार्निंग लेटर मिला है तो किसी के वेतन वृद्धि पर रोक लगा दी गयी है। यह कार्रवाई बीते आठ दिनों यानि 11-18 जून के बीच की गयी है। सूत्रों ने बताया कि कार्रवाई की जद में आने वाले अधिकतर बीडीओ ग्रामीण विकास सेवा संवर्ग के हैं। पैतृक विभाग ने यह कार्रवाई संबंधित डीएम की रिपोर्ट के आधार पर की है।

गौरतलब है कि राज्य के कई बीडीओ पर अनियमितता व लापरवाही के आरोप लगे थे। इस संबंध में विभाग को उस जिले के डीएम ने कार्रवाई के लिए लिखा था। तमाम सबूतों को देखने के बाद विभाग ने मामूली सजा के तौर पर चेतावनी, निंदन व वेतन वृद्धि पर रोक की सजा दी है। विगत पांच दिनों के भीतर जिन बीडीओ के खिलाफ एक्शन लिया गया है, उनमें जहानाबाद, दरभंगा, बक्सर, गोपालगंज, भोजपुर, नालंदा, पटना, समस्तीपुर, वैशाली, भागलपुर, सारण आदि जिलों में पदस्थापित बीडीओ शामिल हैं।

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इन बीडीओ के खिलाफ जारी हुआ वार्निंग लेटर

ग्रामीण विकास विभाग की कार्रवाई की जद में आने वाले अफसरों में पटना के बिहटा प्रखंड के बीडीओ नीरज कुमार राय, जहानाबाद जिले के मोदनगंज प्रखंड के बीडीओ अजय कुमार, दरभंगा के बहेड़ी प्रखंड के बीडीओ भगवान झा, सारण के इसुआपुर के बीडीओ कुमोद कुमार, भागलपुर के रंगराचौक के बीडीओ राकेश कुमार ठाकुर, गोपालगंज के कुचायकोट की बीडीओ दृष्टि पाठक व बैकुंठपुर के बीडीओ अरविंद कुमार गुप्ता, भोजपुर के कोईलवर के बीडीओ वीर बहादुर पाठक, बक्सर के सिमरी के बीडीओ सुनील कुमार गौतम, नालंदा के सरमेरा के बीडीओ नंदकिशोर, वैशाली के महुआ के बीडीओ मनोज कुमार तथा समस्तीपुर के मोहनपुर के बीडीओ मनोज कुमार शामिल हैं।

कई बीडीओ का हो चुका है तबादला

इसके अलावा दरभंगा की किरतपुर की पूर्व बीडीओ सुभद्रा कुमारी, भागलपुर के रंगराचौक की तत्कालीन बीडीओ कुमारी ऊषा सिन्हा, बांका के शंभुगंज के तत्कालीन बीडीओ सुरेंद्र प्रसाद को भी चेतावनी पत्र जारी किया गया है। इस चेतावनी का जिक्र उनकी सेवा पुस्तिका में करने का निर्देश दिया गया है। जिन आरोपों में बीडीओ को चेतावनी दी गयी है, वे पुराने मामले हैं। डीएम की अनुशंसा के बाद इनमें से कई बीडीओ का तबादला भी हो चुका है।

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