पटना (voic4bihar desk)। प्रश्न पत्र लीक होने की बात को दिन भर झुठलाने के बाद बिहार विद्यालय परीक्षा समिति ने देर रात मैट्रिक परीक्षा का सोशल साइंस की परीक्षा रद्द कर दी। शुक्रवार की देर रात जारी प्रेस नोट में परीक्षा समिति ने इस बात को मान लिया कि राज्य भर में चल रही मैट्रिक परीक्षा के तीसरे दिन शुक्रवार को पहली पाली में सोशल साइंस का प्रश्न पत्र लीक हुआ था।
मैट्रिक परीक्षा का प्रश्न पत्र लीक मामले में जमुई पुलिस ने झाझा एसबीआई के तीन कर्मियों को गिरफ्तार किया है। इनमें इसी बैंक का संविदाकर्मी विकास कुमार भी है, जिसे इस मामले में मुख्य अभियुक्त बनाया गया है। जमुई पुलिस की मानें तो विकास का एक संबंधी भी मैट्रिक का परीक्षार्थी है। विकास ने शुक्रवार को प्रथम पाली में सोशल साइंस की परीक्षा शुरू होने से पहले बैंक के स्ट्रांग रूम में रखे प्रश्न पत्र का फोटो अपने मोबाइल फोन के कैमरे से खींचा और उसे अपने संबंधी परीक्षार्थी को व्हाट्स अप के जरिए भेज दिया।
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हालांकि जमुई पुलिस अभी इस बात का पता लगाने का प्रयास कर रही है कि विकास ने मैट्रिक परीक्षा के इस प्रश्न पत्र को और किन लोगों को भेजा है। पुलिस ने इस मामले में विकास का सहयोग करने के आरोप में बैंक कर्मी अमित कुमार सिंह और शशिकांत चौधरी को भी गिरफ्तार किया है। इस मामले में जमुई पुलिस एक अन्य बैंक कर्मी अजीत कुमार की भूमिका की भी जांच कर रही है।परीक्षा समिति ने अपने प्रेस नोट में बताया है कि शुक्रवार को रद्द की गई सोशल साइंस की परीक्षा अब आठ मार्च को ली जायेगी। बता दें कि सोशल साइंस की परीक्षा में शुक्रवार को राज्य भर में 8,46,504 परीक्षार्थी सम्मिलित हुए थे।
विधानसभा में तेजस्वी ने उठाया था मामला
इसके पहले शुक्रवार को दिन भर सोशल मीडिया में मैट्रिक परीक्षा का प्रश्न पत्र लीक होने की चर्चा होती रही। बिहार विधान सभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने सदन में इस मामले को उठाया और सरकार से जवाब मांगा। बाद में सदन के बाहर मीडिया से बात करते हुए कि प्रश्न पत्र लीक हुआ है ये सबको साफ दिख रहा है पर मुख्यमंत्री और शिक्षा मंत्री को नहीं दिख रहा है।