मोदी मंत्रिमंडल : रविशंकर की छुट्टी, आरसीपी व पारस की एंट्री
43 नेताओं ने ली मंत्री पद की शपथ, 12 को दिखाया बाहर का रास्ता
नई दिल्ली (voice4bihar desk) । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को अपने मंत्रिमंडल में बड़ा फेरबदल किया। इस दौरान 43 नेताओं को शपथ दिलायी गयी वहीं 12 मंत्रियों को उनके पद से हटा दिया गया। बिहार के लिहाज से देखें तो भाजपा कोटे के एक मंत्री की छुट्टी हुई जबकि उनकी जगह पर जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष आरसीपी सिंह और लोजपा संसदीय दल में बगावत कर उसके नेता बने पशुपति कुमार पारस की केंद्रीय मंत्रिमंडल में एंट्री हुई।
बिहार के भाजपा कोटे से केंद्रीय कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद को केंद्रीय मंत्रिमंडल से हटा दिया गया है। वे 2014 से लगातार मोदी मंत्रिमंडल का हिस्सा रहे हैं। आज उन्हें मंत्रिमंडल से बाहर कर दिया गया।
बुधवार को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने राष्ट्रपति भवन में आयोजित समारोह में जिन 43 नेताओं को मंत्री पद की शपथ दिलायी उनमें 15 को कैबिनेट मंत्री बनाया गया है, जबकि शेष को राज्य मंत्री की जिम्मेवारी दी गयी।

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बुधवार को जिन लोगों ने मंत्री पद की शपथ ली उनमें नारायण राणे, सर्वानंद सोनोवाल, डॉ . वीरेंद्र कुमार, ज्योतिरादित्य सिंधिया, आरसीपी सिंह, अश्विनी वैष्णव, पशुपति कुमार पारस, किरेन रिजिजु , आरके सिंह, हरदीप सिंह पुरी, मनसुख मांडविय, भूपेंद्र यादव, पुरुषोत्तम रूपाला, जी किशन रेड्डी, अनुराग सिंह ठाकुर, पंकज चौधरी, अनुप्रिया सिंह पटेल, सत्यपाल सिंह बघेल, राजीव चंद्रशेखर, सुश्री शोभा, भानुप्रताप सिंह वर्मा, दर्शन विक्रम जरदोस, मिनाक्षी लेखी, अन्नपूर्णा देवी, ए नारायण स्वामी, कौशल किशोर, अजय भट्ट वीएल वर्मा, अजय कुमार, देबू सिंह चौहान, भगवंत खूबा, कपिल मोरेश्वर पाटिल, प्रतिमा भौमिक, सुभाष सरकार, भगवंत किशन राव कराड, राजकुमार रंजन सिंह, भारती प्रवीण पवार, विशेश्वर टुड्डू, शांतनु ठाकुर, मुंजा पारा महेंद्र भाई, जॉन बारला, एल मुरुगन और नीतीश प्रमाणिक शामिल हैं।
बताया जाता है कि मंत्रिमंडल में शामिल करने से पहले इन 43 में से 40 नेताओं से बुधवार को प्रधानमंत्री ने अपने निवास पर भेट की और मंत्री बनने के बाद का टास्क सौंपा।
मंत्रिमंडल में फेरबदल व विस्तार से पहले राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने मोदी मंत्रिमंडल के 12 मंत्रियों का इस्तीफा स्वीकार कर लिया। इनमें शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक, स्वास्थ्य मंत्री डॉ . हर्षवर्द्धन, सूचना मंत्री प्रकाश जावड़ेकर सिहत सदानंद गौड़ा, रविशंकर प्रसाद, संतोष कुमार गंगवार, संजय धोत्रे , रतनलाल कटारिया , प्रतापचंद षाड़ंगी देवश्री चौधरी आदि शामिल हैं। राष्ट्रपति सचिवालय की विज्ञप्ति के अनुसार, प्रधानमंत्री के सुझाव पर राष्ट्रपति ने मंत्रिपरिषद के इन 12 सदस्यों का इस्तीफा तत्काल प्रभाव से स्वीकार कर लिया।
रविशंकर प्रसाद के पास कानून मंत्रालय के साथ सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय भी था जबकि जावड़ेकर पर्यावरण मंत्रालय के साथ साथ सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय का दायित्व संभाल रहे थे। सूत्रों ने बताया कि निशंक ने स्वास्थ्य संबंधी कारणों का हवाला देते हुए इस्तीफा दिया है। निशंक अप्रैल में कोविड -19 से संक्रमित हो गए थे। ठीक होने के बाद उन्हें जून में स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के मद्देनजर नयी दिल्ली स्थित एम्स में दोबारा भर्ती होना पड़ा था। डॉ . हर्षवर्धन के पास स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के अलावा विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय का भी प्रभार था।
सदानंद गौड़ा नरेंद्र मोदी सरकार में सांख्यिकी एवं कार्यक्रम अनुपालन, विधि एवं रेल मंत्रालय का प्रभार भी संभाल चुके हैं । महाराष्ट्र के अकोला संसदीय क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करने वाले केंद्रीय शिक्षा राज्य मंत्री संजय धोत्रे ने भी मंत्रिपरिषद से इस्तीफा दे दिया है। इस्तीफा देने वाले पशुपालन एवं डेयरी राज्य मंत्री प्रताप षाड़ंगी ओडिशा के बालासोर संसदीय सीट का प्रतिनिधित्व करते हैं । राज्य मंत्री सुप्रियो ने सोशल मीडिया पर अपने त्यागपत्र की पुष्टि करते हुए लिखा, ‘मुझे इस्तीफा देने को कहा गया और मैने ऐसा किया। उन्होंने फेसबुक पर लिखा, ‘ मैं प्रधानमंत्री का आभारी हूं कि उन्होंने मंत्रिपरिषद के सदस्य के रूप में मुझे देश की सेवा करने का अवसर दिया।