पटना-कोलकाता एक्सप्रेस वे का होगा निर्माण, दिल्ली की भी राह होगी आसान
बाबा नगरी देवघर को काठमांडु के पशुपति नाथ से जोड़ने को बनेगी नयी फोर लेन सड़क
पूर्वांचल एक्सप्रेस वे को बक्सर से जोड़ा जायेगा, मुजफ्फरपुर में 40 किलोमीटर लंबा बनेगा रिंग रोड
पटना (Voice4bihar desk)। राज्य में सड़कों का नया जाल बिछाने के लिए राज्य सरकार ने बुधवार को कई सड़क परियोजनाओं को मंजूरी दी। राज्य सरकार के अनुरोध पर भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण इन परियोजनाओं के अलाइनमेंट पर पहले ही सहमति दे चुका है। बुधवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में हुई बैठक मे इन महत्वपूर्ण परियोजनाओं के मार्ग रेखन प्रस्ताव पर गहन विचार-विमर्श के बाद सहमति दी गई।
मोकामा-मुंगेर फोर लेन पथ : मोकामा से मनोहरपुर होते हुए लखीसराय के दक्षिण से मुंगेर तक ग्रीन फील्ड नये फोर लेन पथ के एलाइनमेंट की स्वीकृति दी गई। इसमें सरमेरा से मनोहरपुर तक 20 किमी लम्बा पथ भी शामिल रहेगा। इस पथ की कुल लम्बाई 92 किमी होगी। इसके बन जाने से राज्य में बक्सर से पटना होते हुए मोकामा-मुंगेर के माध्यम से भागलपुर-मिर्जा चौकी तक फोर लेन पथ की उपलब्धता सुनिश्चित हो सकेगी।
बरौनी-मुजफ्फरपुर फोर लेन पथ : बरौनी-बछवाड़ा- दलसिंहसराय-मुसरी धरारी के रास्ते मुजफ्फरपुर तक वर्तमान पथ के फोर लेन चौड़ीकरण की सहमति दी गई।
मुजफ्फरपुर शहर में यातायात की सुगमता के उद्देश्य से मुजफ्फरपुर शहर के रिंग रोड के एलाइनमेंट की सहमति दी गई। मुजफ्फरपुर-बरौनी पथ को मुजफ्फरपुर-हाजीपुर पथ से पांच किमी लम्बे बाईपास पथ से जोड़ा जाएगा। इसी प्रकार मुजफ्फरपुर-बरौनी पथ को मुजफ्फरपुर-दरभंगा ईस्ट-वेस्ट कोरिडोर से 11 किमी लम्बे बाईपास पथ से जोड़ा जाएगा। साथ ही मुजफ्फरपुर-बाईपास को ईस्ट-वेस्ट कोरिडोर में 1.6 किमी लम्बे पथ से जोड़ा जाएगा।
मुजफ्फरपुर शहर में प्रवेश करने वाले सभी राष्ट्रीय राजमार्ग आपस में मुजफ्फरपुर रिंग रोड के माध्यम से जुड़ जायेंगेद्ध मुजफ्फरपुर रिंग रोड की कुल लम्बाई लगभग 40 किमी होगी। इसके बन जाने से मुजफ्फरपुर शहर में जाम की समस्या काफी हद तक कम जो जाएगी एवं शहर का सभी दिशाओं में व्यापक फैलाव हो सकेगा।
बक्सर-हैदरिया फोर लेन पथ का निर्माण : उत्तर प्रदेश में लखनऊ से हैदरिया तक पूर्वांचल एक्सप्रेस वे का निर्माण अंतिम चरण में है। पूर्वांचल एक्सप्रेस वे से बक्सर की सम्पर्कता सुनिश्चित करने के लिए 17 किमी पथांश के फोर लेन चौड़ीकरण के लए मार्ग रेखन प्रस्ताव पर सहमति दी गई। इसके बन जाने से बिहार की राजधानी पटना की दिल्ली तक 4/6 लेन के माध्यम से अतिरिक्त सुलभ सम्पर्कता सुनिश्चित हो सकेगी।
बक्सर-वाराणसी ग्रीन फील्ड फोर लेन पथ : पटना से बक्सर के रास्ते वाराणसी तक सुगम आवागमन के प्रयोजन से बक्सर-चौसा-वाराणसी नये फोर लेन पथ के एलाइनमेंट पर सहमति दी गई। इस एलाइनमेंट का 29 किमी हिस्सा बिहार में और 62 किमी हिस्सा उत्तर प्रदेश में पड़ता है। इसके बन जाने से पटना से वाराणसी तक की दूरी मात्र 225 किमी रह जाएगी। यह पटना- मोहनियां-वाराणसी मार्ग की तुलना में लगभग 30 किमी कम होगी।
विज्ञापन
राज्य सरकार की मार्ग रेखन की सहमति मिलने से अब इन सभी पथांशो के डीपीआर को अंतिम रूप दिया जाएगा। मुजफ्फरपुर-मुंगेर पथ में पूर्व से ही पर्याप्त भूमि उपलब्ध है, जबकि मोकामा- मुजफ्फरपुर-बक्सर- हैदरिया एवं बक्सर-वाराणसी पथों में भू-अर्जन की कार्रवाई शुरू की जाएगी।
राज्य सरकार ने राज्य में आवागमन को और त्वरित गति प्रदान करने के उद्देश्य से भारतमाला -2 में नये पथों के निर्माण के प्रस्ताव को शामिल करने की भारत सरकार को अनुशंसा भेजेगी। इनमें इंडो-नेपाल बॉर्डर रोड का चौड़ीकरण भी शामिल है। इंडो-नेपाल बॉर्डर 552 किमी लम्बा दो लेन पथ वर्तमान में बनाया जा रहा है। इसमें लगभग दो तिहाई धनराशि राज्य सरकार और एक तिहाई भारत सरकार वहन कर रही है। राज्य सरकार ने इस पथ को फोर लेन चौड़ीकरण करने की अनुशंसा की है। इससे राज्य के सात जिलों पश्चिम चम्पारण, पूर्वी चम्पारण, सीतामढ़ी, मधुबनी, सुपौल, अररिया एवं किशनगंज के बॉर्डर क्षेत्रों के आर्थिक विकास में बहुमूल्य योगदान मिलेगा
पटना-कोलकाता एक्सप्रेस वे : राजधानी पटना की कोलकाता से सीधी एवं सुगम सम्पर्कता हासिल करने के उद्देश्य से पटना-कोलकाता एक्सप्रेस वे के निर्माण की अनुशंसा की गई है। यह बिहारशरीफ के दक्षिण होते हुए सिकन्दरा कटोरिया के रास्ते कोलकाता तक जाएगा।
बक्सर-अरवल-जहानाबाद-बिहारशरीफ राजमार्ग : दक्षिण बिहार के इलाकों की राजधानी दिल्ली से सुगम सम्पर्कता के प्रयोजन से बक्सर-पीरो-अरवल-जहानाबाद-बिहारशरीफ कुल 165 किमी लम्बे फोर लेन पथ के निर्माण की अनुशंसा की गई है। इसमें बक्सर से अरवल तक का पथांश ग्रीन फील्ड होगा। अरवल से जहानाबाद होते हुए बिहारशरीफ तक वर्तमान एनएच-110 के फोर लेन चौड़ीकरण का प्रस्ताव है।
दलसिंहसराय-सिमरी बख्तियारपुर फोर लेन पथ : पटना से पूर्णिया की यात्रा में कम से कम समय लगे, इसके लिए दलसिंह सराय से सिमरी बख्तियारपुर तक लगभग 70 किमी लम्बे नये फोर लेन ग्रीन फील्ड पथ निर्माण की अनुशंसा की गई है। इससे पटना-दलसिंहसराय-सिमरी बख्तियारपुर-सहरसा-मधेपुरा होते हुए पूर्णिया की दूरी कम हो जाएगी एवं आवागमन में बहुत सहुलियत मिलेगी।
दिघवाड़ा-मशरख-पिपरा कोठी-मोतिहारी-रक्सौल फोर लेन पथ : पटना रिंग रोड पर अवस्थित दिघवाड़ा से इन्टरनेशरल चेक पोस्ट रक्सौल तक सुगम आवागमन के उद्देश्य से नये पथ के निर्माण की अनुशंसा की गई है। इससे राष्ट्रीय जलमार्ग की रक्सौल चेक पोस्ट से सुलभ सम्पर्कता हो जाएगी।
सुल्तानगंज से देवघर नया फोर लेन पथ : सुल्तानगंज से देवघर वर्तमान में अवस्थित राज्य उच्च पथ से लगभग 5 किमी पूरब अगुआनी घाट नये पुल के सीधे मार्ग रेखन फोर लेन पथ की अनुशंसा की गई है। इससे बाबाधाम की सुल्तानगंज के रास्ते वीरपुर होते हुए काठमाण्डु तक सम्पर्कता में मदद मिलेगी।
मशरख-मुजफ्फरपुर फोर लेन पथ : अयोध्या से सिवान के रास्ते मशरख होते हुए राम जानकी पथ का निर्माण किया जा रहा है। मशरख से मुजफ्फरपुर तक नये फोर लेन पथ के निर्माण की अनुशंसा की गई है। इसमें गंडक नदी पर तरैया के पास नये पुल का निर्माण प्रस्तावित होगा। इसके बन जाने से उत्तर बिहार के मध्यवर्ती हिस्सों में आवागमन में व्यापक सहुलियत मिल पायेगी। भारत सरकार से सहमति प्राप्त होते ही राज्य सरकार द्वारा तेजी से भू-अर्जन का कार्य शुरू किया जा सकेगा।