निर्धारित दर से अधिक वसूली में फंसे तीन निजी अस्पताल
धावा दल ने सैम्फोर्ड, सारांश और श्री इमरजेंसी हॉस्पिटल को भेजा नोटिस
पटना (voice4bihar desk)। कोरोना के इलाज के लिए सरकार द्वारा निर्धारित दर से अधिक वसूली के आरोप में धावा दल ने राजधानी के तीन निजी अस्पतालों को नोटिस भेजा है। नोटिस का जवाब संतोषजनक नहीं पाये जाने पर तीनों अस्पतालों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करायी जायेगी।
जिला प्रशासन की ओर से जारी प्रेस ब्रीफिंग में बताया गया है कि जिलाधिकारी द्वारा गठित धावा दल ने शुक्रवार को पीएमसीएच, फोर्ड हॉस्पिटल, शरनम हॉस्पिटल, रुबन हॉस्पिटल और मेडीपार्क हॉस्पिटल मलाही पकड़ी, कंकड़बाग स्थित कई अस्पतालों का भ्रमण कर जांच अभियान चलाया। इस क्रम में धावा दल ने सैम्फोर्ड हॉस्पिटल, सारांश हॉस्पिटल एवं श्री इमरजेंसी हॉस्पिटल में गड़बड़ी पायी। सैम्फोर्ड हॉस्पिटल में पाया गया कि सरकार द्वारा निर्धारित दर से अधिक राशि ली जा रही है।
सारांश हॉस्पिटल नॉन कोविड हॉस्पिटल होने के बावजूद न सिर्फ कोरोना का इलाज कर रहा है बल्कि अत्यधिक राशि भी वसूल रहा है। साथ ही श्री इमरजेंसी हॉस्पिटल में भी नॉन कोविड होने के बावजूद कोरोना का इलाज किया जाना पाया गया। धावा दल ने तीनों अस्पतालों के विरुद्ध नोटिस निर्गत करने का निर्देश दिया है।
विज्ञापन
बेगूसराय जाने के मांग रहा था 16000 रुपये, एंबुलेंस मालकिन और चालक पर एफआईआर
इसके साथ ही धावा दल ने एक एंबुलेंस की मालकिन और उसके चालक के खिलाफ एफआईआर दर्ज करायी है। एंबुलेंस की मालकिन और उसके चालक पर निर्धारित दर से अधिक राशि वसूलने का आरोप है।
बताया जाता है कि निजी एंबुलेंस के विरुद्ध व्हाट्सएप नंबर 6287590563 पर शुक्रवार को आरपीएस मोड़ निवासी अनिल सिंह ने शिकायत की थी। उन्होंने बताया था कि पटना से बेगूसराय जाने के लिए बिना आक्सीजन के निजी एंबुलेंस चालक 16000 रुपये की मांग कर रहा है। यह सरकार द्वारा निर्धारित दर से काफी अधिक है।
मामले की गंभीरता को देखते हुए धाबा दल ने त्वरित कार्रवाई की। जांच में आरोप सही पाया गया। इसके बाद प्रतिनियुक्त मजिस्ट्रेट अनिल कुमार सिंह ने गांधी मैदान थाने में एंबुलेंस की मालकिन बच्ची देवी, हनुमान नगर निवासी तथा चालक पंकज कुमार के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज की। दोनों के विरुद्ध भारतीय दंड संहिता की धारा188, 420, 349 के तहत केस संख्या 266/21 दर्ज किया गया है। जिलाधिकारी ने निजी अस्पतालों एवं निजी एंबुलेंस चालकों के विरुद्ध जांच अभियान जारी रखने तथा दोषी के विरुद्ध कठोर कार्रवाई के लिए दो धावा दलों का गठन किया है।