दरभंगा में कंकाली मंदिर के मुख्य पुजारी की हत्या
भीड़ ने एक हत्यारे को मार डाला, दो की हालत गंभीर
दरभंगा (voice4bihar desk)। शहर के रामबाग किला के अंदर स्थापित कंकाली मंदिर के मुख्य पुजारी राजीव कुमार झा उर्फ अंटू की गोली मारकर हत्या कर दी गयी। हत्यारों की गोलीबारी में एक श्रद्धालु भी घायल मौत हो गया। बाद में घटना से गुस्साये स्थानीय लोगों ने कार सवार चार बामाशों में से तीन को पकड़ कर अधमरा कर दिया जबकि चौथा भाग निकला। लोगों की पिटाई से एक बदमाशा की मौके पर ही मौत हो गयी जबकि दो घायलों का डीएमसीएच में इलाज चल रहा है। प्रारंभिक पड़ताल के बाद पुलिस का कहना है कि हत्या का कारण मोबाइल को लेकर चल रहा विवाद है।

विश्वविद्यालय थाना क्षेत्र में स्थित कंकाली मंदिर में यह वारदात 14 अक्टूबर की सुबह हुई। बताया जाता है कि शारदीय नवरात्र के कारण इन दिनों मंदिर में काफी संख्या में भक्तों का आना-जाना लगा रहता है। 14 अक्टूबर की सुबह चार बजे के बाद जब लोग मंदिर आने की तैयारी कर रहे थे उसी वक्त कार पर सवार चार बदमाश मंदिर पहुंचे। बदमाशों ने अपनी कार मंदिर के बाहर खड़ी कर दी और वहां से पैदल ही गली के रास्ते मंदिर में प्रवेश कर गये।
बदमाशों की गोलीबारी में एक भक्त भी घायल
बदमाश सीधे मंदिर के मुख्य पुजारी राजीव कुमार झा के कमरे में गये और उन पर अंधाधुंध गोलीबारी कर दी। इस गोली बारी में पुजारी की मौत मौके पर ही हो गयी। गोलीबारी में मंदिर परिसर में रह रहे भक्त चूनाभट्टी निवासी चिरंजीवी झा उर्फ शंभु भी बुरी तरह जख्मी हो गये। पकड़े गए बदमाशों के पास से एक पिस्टल बरामद की गई है।

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घटना से लोगों में पुलिस व्यवस्था के प्रति काफी आक्रोश है। लोगों का कहना है कि नवरात्र के मौके पर जब पुलिस सुरक्षा के सख्त इंतजाम का दावा करती है। ऐसे में यह वारदात पुलिस के दावों की पोल खुलती है। लोगों का कहना है कि अपराधी भीड़ भाड़ के वक्त मंदिर में गोलीबारी करते तो हताहतों की संख्या काफी अधिक हो सकती थी। वारदात के बाद मौके पर पहुंचे जिले के पुलिस कप्तान बाबू राम को भी लोगों के गुस्से का सामना करना पड़ा। हालांकि उन्होंने लोगों को समझा बुझा कर पुजारी के शव को पोस्टमॉर्टम के लिए अस्पताल भेजवाया। एसपी बाबू राम मुख्य पुजारी के परिजनों को हत्यारों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई करने का आश्वासन दिया।
फरार अपराधी की गिरफ्तारी के लिए मुजफ्फरपुर में छापा
उन्होंने बताया कि घायल बदमाशों का पुलिस हिरासत में इलाज चल रहा है। उनसे पूछताछ में मिली जानकारी के आधार पर उनके फरार शागिर्द की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है। पुलिस के अनुसार, भीड़ के हाथों मारे गये अपराधी की पहचान दरभंगा के दिल्ली मोड़ निवासी पुलकित राज सिंह के रूप में की गयी है। पुलकित मिथिला विवि के कर्मी का पुत्र बताया जाता है। जख्मी लोगों में अभिषेक राज और अभिजीत मिश्रा शामिल हैं। फरार अपराधी की पहचान मुजफ्फरपुर के आशु ठाकुर के रूप में की गयी है। उसकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस की एक टीम मुजफ्फरपुर गयी हुई है।
पुलिस का कहना है कि मोबाइल फोन को लेकर कंकाली मंदिर के मुख्य पुजारी राजीव कुमार झा उर्फ अंटू के भतीजे का कुछ युवकों से पिछले तीन-चार दिनों से चल रहा था। इसी को लेकर 13 अक्टूबर की रात में भी दोनों पक्षों में मारपीट हुई थी। 14 अक्टूबर की सुबह चार युवक हथियार लेकर आये और कंकाली मंदिर के मुख्य पुजारी की हत्या कर दी।

1802 में की गयी थी कंकाली माई की प्रतिमा की स्थापना
मिथिला में भगवती की उपासना की परंपरा रही है। रामबाग किला के अंदर स्थापित कंकाली मंदिर में शारदीय नवरात्र समेत सभी नवरात्र में विशेष पूजा-अर्चना की जाती है। 1802 ई. में यहां प्रतिमा की स्थापना की गई थी। मंदिर के वर्तमान स्वरूप का निर्माण 1934 में भूकंप के बाद कराया गया था। लंबे समय तक यहां पूजा-अर्चना सिर्फ राज परिवार की ओर से की जाती थी लेकिन, बाद में इसे आम लोगों के लिए खोल दिया गया। हालांकि अब भी इस मंदिर का संचालन राज परिवार की ओर से कया जाता है। यहां तांत्रिक रीति से उपासना की जाती है। नवरात्र के दौरान हर रोज बलि देने की भी परंपरा है। इसकी व्यवस्था राज परिवार की ओर से की जाती है।