फर्जी अभ्यर्थियों को प्राथमिक शिक्षा निदेशक ने चेताया, दूर रहना काउंसिलिंग से
5, 7 और 12 जुलाई को होनी है छठे चरण की पहली काउंसिलिंग
पटना (voice4bihar)। प्राथमिक शिक्षा निदेशक डॉ. रणजीत कुमार सिंह ने फर्जी प्रमाण पत्र जमा करने वाले अभ्यर्थियों को काउंसिलिंग से दूर रहने की चेतावनी दी है। उन्होंने कहा है कि अगर आपने फॉर्म जमा करते समय फर्जी प्रमाण पत्र जमा किया है तो काउंसिलिंग से दूर रहने में ही आपकी भलाई है। अन्यथा नौकरी तो नहीं ही मिलेगी आप पर एफआईआर भी दर्ज करायी जायेगी। रविवार को अपने यूट्यूब चैनल पर बीपीएससी परीक्षा की तैयारी से संबंधित कक्षा में उन्होंने ये बातें कहीं।
जुलाई और अगस्त महीने में होनी है काउंसिलिंग
बिहार में 94000 प्राथमिक शिक्षकों की बहाली के लिए 5, 7 और 12 जुलाई तथा 2, 4 व 9 अगस्त को छठे चरण की काउंसिलिंग होनी है। शिक्षा विभाग फिलहाल इसी की तैयारी को अंतिम रूप देने में जुटा है। इस बीच मन में उपज रही तरह-तरह की शंकाओं को लेकर शिक्षक अभ्यर्थी सोशल मीडिया पर शिक्षा विभाग से सवाल पूछते रहते हैं। राज्य के अपर शिक्षा सचिव संजय कुमार और प्राथमिक शिक्षा निदेशक डॉ. रणजीत कुमार समय-समय पर छात्रों की शंका को दूर भी करते रहते हैं।
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रविवार को प्राथमिक शिक्षा निदेशक जब अपने यू ट्यूब चैनल पर लाइव थे उस वक्त भी कई अभ्यर्थियों ने उनसे काउंसिलिंग को लेकर सवाल पूछे। इन्हीं सवालों का जवाब देते हुए उन्होंने फर्जी प्रमाण पत्र के भरोसे नौकरी पाने की उम्मीद पालने वाले अभ्यर्थिकों को कड़ी चेतावनी दी। उन्होंने कहा कि इस बार बहाली पूरी पारदशिर्ता के साथ होगी। वे अपने कार्यालय में वॉर रूम में लाइव मौजूद रहेंगे। उनके यूट्यूब चैनल के इन बॉक्स में अभ्यर्थी कॉमेंट कर उनसे शिकायत कर सकते हैं। हर काउंसिलिंग सेंटर को वे लाइव देख सकेंगे। उनके एक्ज्क्युटिव हर सेंटर मौजूद रहेंगे। अभ्यर्थियों की शिकायत पर वे त्वरित संज्ञान लेंगे।
प्राथमिक शिक्षा निदेशक डॉ. सिंह ने कहा कि उन्होंने सोमवार को अपने विभाग में बैठक बुलायी है। सभी जिलों से जानकारी लेने के बाद वे एक विस्तृत गाइडलाइन जारी करेंगे। अभ्यर्थियों की जो भी शिकायत है जैसे मेरिट लिस्ट नहीं निकलने की, आपत्तियों में सुधार नहीं होने की, प्रोविजनल सर्टिफिकेट, आचरण प्रमाण पत्र, 2019 का आवासीय प्रमाण पत्र या अन्य कुछ भी, सब उनहें पता है और वे इस संबंध में गाइड लाइन जारी करेंगे। उन्होंने शिक्षक अभ्यर्थियों को कहा कि उनके मन में अगर कोई सवाल उठ रहा है तो वे उसे उनके यू ट्यूब चैनल के इन बॉक्स में लिख दें वे खुद ही चैनल पर लाइव आकर सभी शंकाओं को दूर करेंगे।
निदेशक डॉ. सिंह ने कहा कि अगर किसी अभ्यर्थी की बहाली इस चरण में नहीं हो पाती है तो भी उन्हें निराश होने की जरूरत नहीं है। यह प्रक्रिया अनवरत तब तक चलती रहेगी जब तक कि हम सभी सीट को भर नहीं देते हैं। छठा चरण पूरा होने के बाद तुरंत सातवां चरण शुरू होगा। उन्होंने कहा कि इस बार नियोजन पत्र देने के पहले सभी के प्रमाण पत्रों की जांच की जायेगी। इसके निए भी पूरी व्यवस्था की गयी और इसमें भी देरी नहीं होगी। पूरी चयन प्रक्रिया पारदर्शी तरीके से संपन्न हो इसके लिए सभी प्रयास हम कर रहे हैं। उन्होंने अभ्यर्थियों के शैक्षिक स्तर की भी सराहना की और कहा कि वे अपनी पढ़ाई जारी रखें।